इन्दौर । राज्य सरकार कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के मद्देनजर तैयारी में जुट गई है। दूसरी लहर से आई परेशानी को समझते हुए उन कमियों को दूर करना पहली प्राथमिकता है ताकि किसी भी पीड़ित को कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
यह बात अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) मोहम्मद सुलेमान ने जिला कलेक्टर कार्यालय में तैयारी के सिलसिले में आयोजित प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक के बाद मीडिया (Media) से कही। सुलेमान के मुताबिक अभी यह तय नहीं है कि तीसरी लहर आएगी या नहीं। अगर आएगी तो इसका दायरा कितना रहेगा। लेकिन हम इससे निपटने के लिए कोई कोर-कसर नही छोड़ेंगे। एम्स के निदेशक डा. रणदीप गुलेरिया (Dr. Randeep Guleria) स्पष्ट किया कि कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं हुआ तो तीसरी लहर आने में देर नहीं लगेगी, जिसका असर विशेषकर बच्चों पर पड़ेगा।
यह तय है कि कोरोना गाइडलाइन (corona guideline) का पालन नहीं करने पर कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना अधिक रहेगी और हम इसके लिए लोगों में जागरूकता फैलाने का काम करते रहेंगे। हम इस बात की भी व्यवस्थाएं करेंगे कि मरीजों को भटकना नहीं पड़े। सुलेमान के अनुसार अगर तीसरी लहर (third wave) आती है तो सभी को पता है कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर (second wave) तेजी से फैला और अस्पतालों में जगह की समस्या का सामना करना पड़ा। बैड, दवाई और आक्सीजन की अनुपब्धलता भी बनी रही। इन सभी परेशानियों से निपटने के लिए हमने तैयारी तेजी से शुरू कर दी है। अस्पतालों में सुविधाएं जुटाने का काम किया जा रहा है। आक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करवाएंगे। मेडिकल स्टाफ का भी मनोबल बढ़ाएंगे तथा स्टाफ को चिकित्सा सुविधाएं जुटाई जाएगी।
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