नई दिल्ली । भारत राष्ट्र समिति (BRS) की विधान परिषद सदस्य (MLC) के. कविता (K. Kavita) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर हमला करते हुए (While Attacking) कहा जहां भी चुनाव है (Wherever there is an Election) वहां मोदी से पहले (Before Modi) ईडी (ED) पहुंच जाती है (Reaches) । हम अगर तेलंगाना को देखें तो पिछले जून महीने से केंद्र सरकार लगातार एजेंसियों को तेलंगाना भेज रही थी,वह इसलिए क्योंकि वहां चुनाव थे।
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली आबकारी नीति घोटाले में के. कविता को नोटिस जारी कर गुरुवार (9 मार्च) को पूछताछ के लिए तलब किया था। ईडी के नोटिस पर के. कविता ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह जांच एजेंसियों को पूरा सहयोग करेंगी, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि डराने-धमकाने की भाजपा की रणनीति उन्हें डिगने नहीं देगी। हालांकि, उन्होंने शुक्रवार को महिला आरक्षण विधेयक को लेकर नई दिल्ली में सुनियोजित धरने और पूर्व निर्धारित नियुक्तियों के मद्देनजर कहा कि वह इसमें शामिल होने की तारीख पर कानूनी राय लेंगी। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी ने एक बयान में कहा कि बीजेपी की डराने-धमकाने की रणनीति उन्हें डिगा नहीं पाएगी।
भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की विधान परिषद सदस्य के. कविता ने दिल्ली में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि महिला आरक्षण बिल की हमारे देश में चर्चा तो बहुत लंबे समय से हो रही है, लेकिन कानून नहीं बन पाया। 1996 में महिला आरक्षण बिल राज्यसभा में पास हो चुका है। उन्होंने कहा कि “27 साल से हम सिर्फ महिला आरक्षण बिल पर चर्चा ही कर रहे हैं, महिला आरक्षण बिल अभी तक लोकसभा में पास नहीं हुआ है, लटका ही हुआ है। 1996 से लगातार महिला आरक्षण बिल को लाने की कोशिश अलग-अलग सरकारों ने की है। मैं सब सरकारों का धन्यवाद देती हूं और विशेष रूप से मैडम सोनिया गांधी जो बहुत सहायक थीं, उन्होंने महिला आरक्षण बिल को राज्यसभा तक पहुंचाया। देश भर की सभी महिलाओं की ओर से सच में उनके साहस को सलाम करती हूं।”
आगे कविता ने कहा कि “क्योंकि उस वक्त सोनिया गांधी गठबंधन की सरकार केंद्र में चला रही थी। गठबंधन की सरकार में भी उन्होंने महिला आरक्षण बिल को लाने का बहुत अच्छा प्रयास किया। उसके बाद वाजपेई जी की सरकार आई, उन्होंने भी कोशिश की लेकिन महिला आरक्षण बिल पास नहीं हुआ। अंत में सोनिया गांधी के प्रयासों से ही महिला आरक्षण बिल राज्यसभा में पास हुआ है। लेकिन तब से लेकर आज तक महिला आरक्षण बिल ठंडे बस्ते में ही पड़ा हुआ है।”
संसद के मौजूदा सत्र में महिला आरक्षण विधेयक पेश करने की मांग को लेकर भूख हड़ताल से एक दिन पहले गुरुवार को बीआरएस नेता के. कविता ने यूपीए कार्यकाल के दौरान विधेयक को आगे बढ़ाने के लिए सोनिया गांधी की प्रशंसा की। कविता ने कांग्रेस सहित 18 राजनीतिक दलों को एक दिवसीय भूख हड़ताल में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है। कविता ने कहा है कि लगभग 6,000 लोग आएंगे और उनका संगठन भारत जागृति मंच समान विचारधारा वाले दलों और संगठनों तक पहुंच गया है।
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