दल भेजकर बुलवाए फोटो, कर्मचारियों की मिलीभगत का अंदेशा
इंदौर। प्रदेश के सबसे बड़े शहर इंदौर में 30 से 40, 50 यूनिट पाए जाने पर बिजली कंपनी (Electricity Company) ने परिसर का मौका मुआयना करने का फैसला लिया है। अब कम खपत आने पर परिसर (Complex) का विशेष रूप से अधिकारी द्वारा निरीक्षण किया जाएगा, साथ ही निरीक्षण रिपोर्ट (Inspection Report) में अपनी टीप लिखी जाएगी कि रीडर की गलती है या परिवार कही बाहर है या फिर किसी ने निवेश के लिए संपत्ति लेकर रख ली है, जिस पर अक्सर ताला लगा रहता है।
बिजली कंपनी (Electricity Company) के एमडी अमित तोमर (MD Amit Tomar) ने सूचना प्रौद्योगिकी विभाग (Information Technology Department) द्वारा सूची तैयार कराई। शहर में इस तरह के 25 उपभोक्ताओं के घर टीम द्वारा दिखवाए गए। इसमें लगभग 18 परिसरों में कही न कही लापरवाही नजर आई है। एमडी तोमर ने इन परिसरों के फोटो, वीडियो देखे एवं शहर अधीक्षण यंत्री को हर जोन पर ऐसे उपभोक्ताओं के यहां अनिवार्यत: निरीक्षण कराने एवं वास्तविक खपत के अनुसार ही बिल जारी करने के निर्देश दिए हैं। जिन घरों के फोटो चेक किए गए, उनमें कुछ जगह छोटी दुकानें भी संचालित पाई गईं। वहां गैर घरेलू श्रेणी के कनेक्शन देने के निर्देश दिए गए है। बिजली कंपनी (Electricity Company) के अधिकारियों ने बताया कि शहर में अभी लगभग 25 हजार ऐसे घर हंै, जिनके यहां के बिल 40, 60 यूनिट के ही आ रहे हैं। इनकी मासिक बिल राशि 100 रुपए से काफी कम की बनती है। दरअसल बिजली कंपनी (Electricity Company) के निचले अमले के साथ कुछ उपभोक्ताओं की सांठगांठ की भनक जब मुख्यालय के आला अधिकारियों को लगी तो अब कंपनी ने सब्सिडी और कम खपत वाले उपभोक्ताओं को टारगेट कर जांच के लिए दल गठित किए।
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