उज्जैन। 1 जनवरी से अंग्रेजी का नया साल 2025 शुरू हो जाएगा। नए साल में शहर में कई विकास कार्य नए सिरे से शुरु होंगे। लेकिन नगर निगम और हाउसिंग बोर्ड द्वारा दो अलग अलग प्रोजेक्ट लगभग 6-7 साल पहले शुरु किए गए थे। यह कार्य आज भी अधूरे हैं और उम्मीद है कि नए साल 2025 में भी यह पूरे होंगे। उल्लेखनीय है कि करीब 7 साल पहले नगर निगम ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बनाने का काम शुरु कराया था। पहले चरण में 908 मकान बनाने थे। दूसरे चरण में 1098 फ्लेट बनाना तय हुआ था। पहले चरण के लिए तो जमीन की व्यवस्था हो गई थी। दूसरे चरण के लिए अभी तक जमीन फायनल नहीं हो पाई है।
2018 विधानसभा चुनाव के पहले हुआ था गया कोठा जीर्णोद्धार कार्य का भूमि पूजन
खाक चौक चौराहे के पास स्थित गया कोठा तीर्थ पित्रों के तर्पण के लिए महत्वपूर्ण धार्मिक स्थानों में से एक है। श्राद्ध पक्ष के समय यहां पूरे देश के लोग तर्पण पिंडदान करने आते हैं। इसी धार्मिक महत्व को देखते हुए वर्ष 2018 में तत्कालीन प्रदेश सरकार के धर्मस्व विभाग द्वारा 10 करोड़ 63 लाख रुपए की मंजूरी दी थी, जिसमें से 4 करोड़ रुपए का बजट ही अभी तक हाऊसिंग बोर्ड को मिला है और चार करोड़ का काम हाउसिंग बोर्ड द्वारा करवा लिया गया है। वर्तमान में गया कोठा के आसपास पत्थरों की बाउंड्री वाल और सभा भवन बनाया गया है। जबकि अभी कुंड का और आसपास के सौंदर्यीकरण का काम बाकी है, इसमें 6 करोड़ रुपए और लगेंगे। इस काम को फिर से चालू करने के लिए विभागीय अधिकारियों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी प्रयास किया। इसके बावजूद गया कोठा तीर्थ का निर्माण कार्य लगभग 6 साल से रुका पड़ा है। काम बंद करने से पूर्व हाउसिंग बोर्ड को ठेकेदार ने लिखकर दिया था कि बिना पैसे के काम नहीं हो पाएगा, ऐसे में हाउसिंग बोर्ड धर्मस्व मंत्रालय से पत्र व्यवहार करता रहा। वर्ष 2018 में तत्कालीन धर्मस्व मंत्री यशोधरा राजे द्वारा यह काम जल्द पूर्ण होने का दावा किया गया था। इसके बाद धर्मस्य मंत्रालय उषा ठाकुर के पास चला गया था। अभी भी यह काम आधा अधूरा है। उम्मीद है कि नए साल में यह दोनों काम पूरे हो सकेंगे।
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