नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Union Minister Hardeep Singh Puri) ने बुधवार को बताया कि देश की अर्थव्यवस्था (country’s economy) मजबूत हो रही है और दुनिया में हमारा देश अकेला है, जहां पेट्रोलियम उत्पाद (Petroleum products) के स्थिर हैं. यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) जी की दूरदर्शिता की वजह से हुआ है. उन्होंने कहा कि कच्चे तेल (Crude oil) के दाम कम होंगे, तो हम भी कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि लाल सागर रूट के कारण अर्थव्यवस्था पर प्रभाव नहीं होगा, लेकिन हम सतर्क हैं. उन्होंन कहा कि उज्जवला गैस के उपभोक्ता 10 करोड़ से ऊपर हो गए हैं.
पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि भारत वेनेजुएला (India Venezuela) का तेल खरीदेगा. उन्होंने कहा कि भारतीय रिफाइनरियां दक्षिण अफ्रीकी देशों से तेल के प्रसंस्करण करने में सक्षम हैं. एक कार्यक्रम में पत्रकारों से बात करते हुए पुरी ने कहा कि नई दिल्ली किसी भी देश के साथ तेल आयात फिर से शुरू करने को तैयार है, जो मंजूरी के तहत नहीं है. उन्होंने कहा कि भारत वेनेजुएला का तेल खरीदेगा. पारादीप सहित हमारी कई रिफाइनरियां वेनेजुएला से भारी तेल का प्रसंस्करण करने में सक्षम हैं. हम किसी भी ऐसे व्यक्ति के साथ (तेल आयात) फिर से शुरू करने के इच्छुक हैं, जिस पर प्रतिबंध नहीं है.
उन्होंने कहा कि हम ऐसी स्थिति में हैं जहां हम प्रति दिन 5 मिलियन बैरल कच्चे तेल का उपयोग कर रहे हैं और यह हर दिन बढ़ रहा है. अगर वेनेजुएला का तेल बाजार में आता है तो हम इसका स्वागत करेंगे. भारत ने आखिरी बार 2020 में वेनेजुएला से कच्चे तेल का आयात किया था जब अमेरिका ने देश पर द्वितीयक प्रतिबंध लगाए थे. अमेरिका ने 2018 में फिर से चुने जाने के बाद मादुरो की सरकार को दंडित करने के लिए वेनेजुएला पर कठोर प्रतिबंध लगाए. दक्षिण अमेरिकी देश लगभग 850,000 बैरल प्रति दिन (बीपीडी) कच्चे तेल का उत्पादन कर रहा है और जल्द ही 10 लाख बीपीडी तक पहुंचने का लक्ष्य है. दुनिया के तीसरे सबसे बड़े तेल आयातक और उपभोक्ता भारत ने अपने ऊर्जा परिदृश्य को नया आकार देने के लिए एक रणनीतिक यात्रा शुरू की है.
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि हम एक ऐसे देश के रूप में हैं, जो अपनी जरूरतों का 80 प्रतिशत से अधिक विदेशी तेल पर निर्भर करता है. भारत का लक्ष्य अपने कच्चे तेल के आयात बिल को कम करना और अपनी शोधन क्षमताओं को बढ़ाना है. इस खोज ने भारत को विविध स्रोतों का पता लगाने के लिए प्रेरित किया है और एक देश जिसने उसका ध्यान खींचा है वह वेनेज़ुएला है. वेनेजुएला, वैश्विक तेल उद्योग में एक ऐतिहासिक खिलाड़ी, 1914 से तेल का उत्पादन कर रहा है. 2016 तक 299,953,000,000 बैरल के प्रमाणित तेल भंडार के साथ वेनेजुएला दुनिया के तेल भंडार के अग्रणी धारकों में से एक है, जो लगभग 18.2 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करता है. वैश्विक कुल भारत, अपने तेल स्रोतों में विविधता लाने और अपनी शोधन क्षमताओं को मजबूत करने के अवसरों पर नजर रखते हुए है. वेनेजुएला के साथ सहयोग और साझेदारी की उत्सुकता से तलाश कर रहा है.
वहीं पेट्रोलियम सचिव पंकज जैन ने कहा कि वेनेजुएला लंबित लाभांश के बदले ओएनजीसी विदेश लिमिटेड (ओवीएल) को कच्चे तेल की आपूर्ति करने पर सहमत हो गया है. पेट्रोलियम सचिव ने कहा कि वह हमें ओवीएल के लंबित बकाया के बदले में कुछ तेल देने पर सहमत हो गए हैं. हम तेल कब लेना है उन तारीखों का इंतजार कर रहे हैं.
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