ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण का विशेष महत्व है ये एक आकाश खेगोलीय है । एक महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है। इस साल कुल दो सूर्य ग्रहण का योग बना है। जिसमें साल का पहला सूर्य ग्रहण लग चुका है। साल का पहला सूर्य ग्रहण (first solar eclipse) 10 जून 2021 को लगा था। सूर्य ग्रहण का प्रभाव मेष से लेकर मीन राशि तक सभी 12 राशियों पर पड़ता है। खास बात यह है कि साल के आखिरी सूर्य ग्रहण के दौरान दो बड़े ग्रह अस्त रहेंगे। हिंदू पंचांग (Hindu calendar) के अनुसार, साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 04 दिसंबर 2021, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या (new moon) तिथि को लगेगा।
सूर्य ग्रहण में मान्य होगा सूतक काल?
04 दिसंबर 2021 को लगने वाले सूर्य ग्रहण में सूतक काल मान्य नहीं होगा। यह सूर्य ग्रहण उपछाया ग्रहण होगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पूर्ण ग्रहण होने पर ही सूतक काल मान्य होता है। आंशिक या उपछाया होने पर सूतक नियमों का पालन अनिवार्य नहीं होता है।
कहां दिखेगा साल का आखिरी सूर्य ग्रहण-
सूर्य ग्रहण के समय ये ग्रह रहेंगे अस्त-
सूर्य ग्रहण के दौरान चंद्रमा और बुध (Moon and Mercury) अस्त रहेंगे। जबकि राहु और केतु वक्री रहेंगे। ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति का भी सभी 12 राशियों पर प्रभाव पड़ेगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण को अशुभ घटना के रूप में देखा जाता है। इस दौरान शुभ कार्यों की मनाही होती है। ग्रहण के दौरान पूजा (worship) आदि करना भी मना होता है। ग्रहण के समय मंदिर के कपाटों को बंद कर दिया जाता है।
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सूचना सामान्य उद्देश्य के लिए दी गई है। हम इसकी सत्यता की जांच का दावा नही करतें हैं यह जानकारी विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, धर्मग्रंथों, पंचाग आदि से ली गई है । इस उपयोग करने वाले की स्वयं की जिम्मेंदारी होगी ।
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