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    कब मनाएं दिवाली 31 अक्टूबर या 1 नवंबर? दूर करें कंफ्यूजन

  • October 21, 2024

    नोट करें दीपावली की सही तारीख, लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त
    दिवाली (Diwali ) का त्योहार देशभर में पूरे हर्षोल्लास के साथ सभी मनाते हैं। रोशनी (lights) के इस त्योहार का इंतजार हर किसी को बेसब्री से रहता है। हिंदू धर्म (Hinduism) में दीपावली के पर्व का विशेष महत्व है। प्रत्येक वर्ष कार्तिक माह के अमावस्या (amaavasya) तिथि में दिवाली सेलिब्रेट की जाती है, लेकिन इस बार लोगों में दिवाली की तारीख को लेकर भारी संशय बना हुआ है। कोई कह रहा है दीपावली 31 अक्टूबर को है तो कुछ लोग 1 नवंबर मनाने की बात कर रहे हैं। अक्सर पर्व की पक्की तिथियों को लेकर किसी ना किसी कारण से लोगों में मतभेद और कंफ्यूजन बनी रहती है। चलिए इंदौर के ज्योतिषाचार्य श्री राधे गोविंद गुरुजी (Shri Radhe Govind Guruji) से जानते हैं कि इस वर्ष दीपोत्सव या बड़ी दीपावली की सही तारीख और लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त क्या है?

    दिवाली 2024 कब है?
    ज्योतिषाचार्य श्री राधे गोविंद गुरुजी कहते हैं कि हमेशा दिवाली अमावस्या में ही मनाई जाती है. यह अमावस्या की रात में मनाने का त्योहार है। दीपोत्सव को रात में ही मनाया जाता है। 31 अक्टूबर 2024 यानी बृहस्पतिवार को अमावस्या तिथि दिन में 2 बजकर 40 मिनट से लग रही है। इससे पहले चतुर्दशी तिथि है। इस कारण से दीपावली 31 तारीख को ही इस वर्ष मनाई जाएगी। दीपावली के त्योहार पर महारात्रि में अमावस्या तिथि होनी ही चाहिए। इसमें उदया तिथि की मान्यता नहीं होती और 1 नवंबर 2024 को शाम के समय अमावस्या तिथि नहीं मिल रही है। यह प्रात: समाप्त हो जाएगी। ऐसे में 1 नवंबर को दिवाली सेलिब्रेट करना शास्त्र संवत शुभ नहीं माना जाएगा। शास्त्रानुसार, 31 अक्टूबर को ही दिवाली मनाना शास्त्र संवत है।

    सामान्य भाषा में कहें तो कोई भी पर्व पूर्व प्रदोष काल वाले तिथि में ही मनाया जाता है। इसी तरह दीपोत्सव हमेशा से ही प्रदोषव्यापिनी अमावस्या तिथि में ही मनाई जाती है। ऐसे में उदया तिथि से कोई मतलब नहीं होता। ऐसे में जिसके भी मन में दिवाली की तारीख को लेकर आशंका की स्थिति बनी हुई है, वे किसी भी तरह के भ्रम में न रहें और 31 अक्टूबर को धूमधाम से बड़ी दीपावली मनाएं।

    दिवाली पर फिटकरी के उपाय भर देंगे तिजोरी
    मान्यता है कि अमावस्या की काली रात में देवी लक्ष्मी पृथ्वी पर आती हैं। ऐसे में जिसका घर भी दीपक की रोशनी से जगमाता है और शुभ समय पर लक्ष्मी जी की पूजा-पाठ करते हैं, उनके घर में धन की देवी लक्ष्मी जी की विशेष कृपा बरसती है। उदया तिथि का तर्क देकर 1 नवंबर को दीपावली का त्योहार मनाने की बात बिल्कुल गलत और भ्रमित करने वाला है।

    लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त
    दिवाली के दिन विधि-विधान से माता लक्ष्मी और भगवान गणेश जी की पूजा-अर्चना की जाती है। इस बार लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त 31 अक्टूबर 2024 को शाम 5 बजे से लेकर रात के 10 बजकर 30 मिनट तक है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को समुद्र मंथन के दौरान लक्ष्मी जी का जन्म हुआ था। ऐसे में इस दिन लक्ष्मी पूजा का खास महत्व है। इस दिन माता लक्ष्मी घर-घर जाकर सुख-समृद्धि और धन-दौलत बने रहने का अपने भक्तों को भरपूर आशीर्वाद देती हैं।

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