- 50 बार जलप्रदाय इतना पानी रह गया शेष-अभी भी रोज हो रहा जलप्रदाय-प्रतिदिन हो रहा है पानी चोरी
उज्जैन। गर्मी तेज होने लगी है और पानी का वाष्पन तेजी से होर रहा है। शहर की पेयजल आपूर्ति करने वाले गंभीर डेम का पानी तेजी से घट रहा है। बाँध में अब लगभग 50 बार जलप्रदाय हो सके इतना पानी शेष रह गया है। कम होते जल स्तर के कारण गंभीर डेम में अब पानी के बीच जगह-जगह टीले नजर आने लगे हैं। पीएचई ने भी इसको देखते हुए करीब एक सप्ताह पहले से एक दिन छोड़ कर जलप्रदाय शुरू कर दिया है।
भीषण गर्मी के बीच गंभीर डेम में जलप्रदाय में आवश्यक पानी की दो गुना से ज्यादा रोजाना खपत हो रही है। नियमित जलप्रदाय के लिए प्रतिदिन 5 से 6 एमसीएफटी पानी की आवश्यकता होती है लेकिन डेम से अभी रोजाना 10 से 11 एमसीएफटी पानी रोज घट रहा है। पीएचई अधिकारियों का कहना है कि गर्मी में वाष्पीकरण के कारण यह स्थिति बन रही है। बाद में अब लगभग 550 एमसीएफटी पानी शेष बचा है। इसमें से 100 एमसीएफटी डेड स्टोरेज का हटा दिया जाए तो 450 एमसीएफटी पानी ही बाँध में सप्लाय लायक रह गया है। मौजूदा खपत के मान से 45 बार जलप्रदाय इतना पानी बाँध में बाकी बचा है। इधर मानसून आने में अभी लगभग दो माह का समय शेष है। मौसम विभाग भले ही इस बार 15 जून से मानसून के आने की संभावना जता रहा हो लेकिन उज्जैन में मानसून की आमद हर साल 25 जून के बाद ही होती है। इसके पहले प्री मानसून की 3-4 बार बारिश होती है लेकिन इस बार अप्रैल तथा मई माह में 4 से 5 बार बूंदाबांदी एवं तेज बारिश भी हो चुकी है। इससे ऐसा माना जा रहा है क िइस बार मानसून भी लेट हो सकता है। पिछले साल भी जुलाई माह तक अच्छी बारिश नहीं हुई थी।