उज्जैन। सप्त सागरों के उद्धार के लिए धरना दे रहे संतों ने एक दिन पहले गोवर्धन सागर तट पर शहर के हर वर्ग को सप्त सागरों के उद्धार के लिए आगे आने तथा इसमें सहयोग करने का आह्वान किया गया। संतों के आह्वान पर जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ सर्व समाज के लोग आगे आए तथा श्रमदान किया और उन्होंने स्वैच्छा से दान भी दिया। इससे एक ही दिन में गोवर्धन सागर के उद्धार के लिए 6 लाख रुपए की राशि जमा हो गई। रामादल अखाड़ा परिषद के आह्वान पर अंकपात मार्ग स्थित गोवर्धन सागर पर गुरुवार से श्रमदान की शुरूआत की गई है। धार्मिक महत्व के प्राचीन गोवर्धन सागर की दशा बदलने के अभियान में शामिल होने के लिए प्रत्येक वर्ग से सैकड़ो लोग जुटे। महज 3 घंटे के भीतर ही शहर के दानदाताओं ने गोवर्धन सागर के कायाकल्प के लिए करीब 6 लाख रूपए एकत्रित कर दिए।
उल्लेखनीय है कि 21 जनवरी से रामादल अखाड़ा परिषद के संत, महंत, महामंडलेश्वर गोवर्धन सागर तट पर धरना दे रहे हैं। रामादल अखाड़ा परिषद के आवाहन पर गुरूवार सुबह 11 बजे से गोवर्धन सागर पर श्रमदान की शुरूआत की गई जिसमें मंत्री डा. मोहन यादव, विधायक पारस जैन, सांसद अनिल फिरोजिया, राजेंद्र भारती, ब्राह्मण समाज महिला शाखा की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती माया त्रिवेदी, विवेक यादव, नूरी खान आदी ने साधु-संतो का आशीर्वाद लेकरगोवर्धन सागर के पूजन में भाग लिया और श्रमदान की विधिवत शुरूआत की। रामादल अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत डा. रामेश्वरदास ने कहा कि गोवर्धन सागर के कायाकल्प का काम बड़ा है और बिना शहर के नागरिकों के सहयोग के इसे पूर्ण नहीं किया जा सकता है। इस मौके पर मंत्री डा. मोहन यादव ने गोवर्धन सागर की सफाई के काम के लिए 1 लाख 11 हजार रुपए, विधायक पारस जैन ने 51 हजार रुपए, सांसद अनिल फिरोजिया ने 51 हजार रुपए, राजेंद्र भारती ने 21 हजार, श्रीमती माया राजेश त्रिवेदी ने 51 हजार रुपए, गोविंद खंडेलवाल ने 51 हजार, गुलाब भंडारी ने 11 हजार रूपए, विवेक यादव ने 21 हजार रुपए सहित अन्स लोग सहयोग के लिए आगे आए और एक ही दिन में 6 लाख रुपए की राशि एकत्र हो गई।