नई दिल्ली । ज्योतिष (Astrology) में ग्रहों का विशेष महत्व होता है। जातकों की कुंडली में ग्रह शुभ होने पर कई तरह के लाभ पहुंचाने में कारगर होते हैं। सभी 9 ग्रहों में कुछ ग्रह बेहद ही शुभ तो कुछ कष्ट देने वाले होते हैं। सभी ग्रहों में शनि ग्रह जातकों के ऊपर शुभ और अशुभ (good and bad) दोनों तरह के प्रभाव डालते हैं। आज हम आपको शनि ग्रह के शुभ प्रभाव के बारे में बताने जा रहे हैं। ज्योतिष में शनिदेव को कर्मफल दाता माना गया है। शनिदेव व्यक्तियों को उनके कर्मों के अनुसार अच्छा या बुरा फल प्रदान करते हैं। जब किसी जातक की कुंडली में शनि अशुभ भाव या स्थिति में होते हैं तो व्यक्ति को कई तरह की बीमारियों और परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं दूसरी तरफ अगर किसी जातक की कुंडली में शनि शुभ स्थिति में हैं तो वे उस व्यक्ति को जीवन की सभी तरह की सुख-सुविधाओं प्रदान करते हैं। व्यक्ति को राजा जैसा मान-सम्मान,यश और धन दिलाते हैं। आइए जानते हैं कुंडली में शनि की शुभ स्थिति होने पर व्यक्ति को किस तरह के संकेत मिलते हैं।
अचानक धन लाभ
अगर व्यक्ति की कुंडली में शनिदेव (Shani Dev) शुभ भाव में विराजमान होते हैं तो व्यक्ति को अचानक धन लाभ और समाज में मान-सम्मान प्राप्त होने लगता है। कम समय में व्यक्ति पहले से कई गुना तक धन अपने पास एकत्रित करने में कामयाब होने लगता है।
जूते-चप्पल की चोरी
अगर आपके ऊपर शनिदेव की मेहरबानी बनी होती है तो शनिवार के दिन जोकि भगवान शनि देव का दिन माना जाता है उस दिन अचानक ही आपके जूते-चप्पल चोरी हो जाएं तो यह इस बात का संकेत है कि आपके ऊपर जल्द ही शनिदेव की कृपा बरसने वाली है।
इन राशियों पर सदैव रहती है शनिदेव की कृपा
शनिदेव सभी 12 राशियों में से कुछ पर अपनी विशेष कृपा रखते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि ग्रह मकर और कुंभ राशि के स्वामी हैं। इसके अलावा शनिदेव तुला राशि में उच्च के होते हैं। ऐसे में अगर शनि आपकी कुंडली में सातवें भाव में मकर,कुंभ या तुला में स्थित है तो आपके ऊपर शनिदेव की विशेष कृपा रहेगी। ऐसे जातकों के जीवन में सभी तरह की सुख-सुविधा और ऐशोआराम की जिंदगी बीताने का भरपूर मौका मिलता है।
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