इंदौर। लोकसभा चुनाव के लिए सुबह पांच बजे शुरू की गई मॉकपोल की प्रक्रिया प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों के देरी से पहुंचने के कारण कई मतदान केंद्रों पर देर से शुरू हुई। कई 6 बजे तो कहीं 7 बजे तक मॉकपोल चला और फिर मतदान शुरू हुआ। देपालपुर में जहां 1 मशीन बिगड़ी तो वहीं पांच नं. विधानसभा में पीठासीन अधिकारी मशीनों को कनेक्ट ही नहीं कर पाए। इस दौरान 14 मतदान केंद्रों पर वीवीपैट मशीन बदलने के साथ ही 10 ईवीएम में भी बदलाव करना पड़ा। सुबह 6 बजे से मतदान की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही नेहरू स्टेडियम में बनाए गए कंट्रोल रूम के फोन घनघनाने लगे। कहीं मशीनें शुरू ही नहीं हुईं तो कहीं मशीनों को कनेक्ट करने में पीठासीन अधिकारी फेल साबित हुए। अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार देपालपुर में एक मशीन बिगडऩे की खबर जैसे ही आई तो निर्वाचन विभाग के अधिकारियों ने इंजीनियरों के साथ दौड़ लगा दी।
वहीं पांच नं. विधानसभा क्षेत्र में चार मशीनों को पीठासीन अधिकारी कनेक्ट ही नहीं कर पाए। हालांकि एसडीएम कल्याणी पांडे तुरंत इंजीनियर और मास्टर ट्रेनर को लेकर केंद्रों पर पहुंचीं, जहां पीठासीन अधिकारियों की गलती नजर आई और उसे तुरंत कनेक्ट कर मतदान शुरू करवाया गया। राऊ विधानसभा क्षेत्र में एक मशीन खराब हो जाने की सूचना मिली, जिसे तुरंत बदल दिया गया। ज्ञात हो कि मतदान दलों के सभी अधिकारियों को दो बार तीन-तीन दिन की ट्रेनिंग दी गई है, उसके बावजूद हड़बड़ी और घबराहट के चलते छोटी-छोटी गलतियां मतदान दलों द्वारा की गई हैं। पिछले चुनाव में भी मतदान दलों की गलतियों के कारण पांच से छह मशीनें बदलना पड़ी थीं। ज्ञात हो कि सुबह 6 बजे मॉकपोल खत्म कराने के बाद मतदान की प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से शुरू कर दी गई।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved