नई दिल्ली । इंसान की कई आदतों में से एक है भूलना. हम लोग कई बार चीजें भूल जाते हैं. कोई अपना चश्मा भूल जाता है, तो कोई अपना पर्स और मोबाइल. कभी-कभी तो लोग बाइक या कार की चाबी भी कहीं रखकर भूल जाते हैं. लेकिन अगर आपसे कहा जाए कि ट्रेन का लोको पायलट स्टेशन पर ट्रेन (Train) खड़ी करके कहीं चाबी (Lost Train Key) भूल गया. ये बात सुनने में बेहद अजीब लग रही होगी लेकिन सच है. ट्रेन की भी एक चाबी (Train Key) होती है. भारतीय रेलवे (Indian Railway) के इतिहास में ऐसा दो-तीन बार हुआ है जब लोको पायलट ट्रेन की चाबी कहीं रखकर भूल गया हो.
साल 2018 में मालगाड़ी की खो गई थी चाबी
जानकारी के अनुसार, साल 2018 में ऐसा एक मामला सामने आया था, मथुरा से रेवाड़ी जाने वाली एक मालगाड़ी रास्ते में बावल स्टेशन पर कुछ घंटों तक रुकी रही. इस स्टेशन पर ड्राइवर और गार्ड की बदली होनी थी. इस वजह से ट्रेन कुछ समय तक स्टेशन पर खड़ी रही. बदली होने की वजह से नए ड्राइवर और गार्ड ट्रेन की ओर रवाना हो गए. रेवाड़ी से पहुंचे स्टाफ ने स्टेशन मास्टर से जब इंजन की चाबी मांगी तो वो नहीं मिली. काफी ढूंढ़ने के बाद भी जब चाबी का कोई पता नहीं लग पाया तो पुराने ड्राइवर और गार्ड से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उस दौरान उनका फोन बंद आ रहा था.
करीब 8 घंटे स्टेशन पर खड़ी रही ट्रेन
चाबी ढूंढ़ने की इस पूरी प्रक्रिया के चलते इस मालगाड़ी को 8 घंटे से ज्यादा ट्रैक पर खड़ा रहना पड़ा. इस कारण स्टेशन के पास स्थित फाटक में गाड़ियों की लंबी कतारें लग गई और हॉर्न पर हॉर्न बजने लगे. बाद में जयपुर से दूसरी चाबी को मंगाई गई, जिसके बाद ट्रेन को रवाना किया गया.
सताना रेलवे स्टेशन पर गुम हुई मेमू ट्रेन की चाबी
ऐसा ही एक मामला कुछ दिन पहले मध्यप्रदेश के सताना रेलवे स्टेशन से आया था, जहां एक पेसेंजर ट्रेन (मेमू) की चाबी गुम हो गई. जब अधिकारियों को पता चला कि इंजन की चाबी गुम गई तो हड़कंप मच गया. आनन-फानन में रेलकर्मियों को यार्ड में चाबी खोजने उतारा गया. लेकिन कई घंटों की मशक्कत के बाद भी चाबी नहीं मिली तो अलग से इलेक्ट्रिक इंजन जोड़कर ट्रेन को रवाना किया गया. ऐसा पहली बार हुआ था, जब इनबिल्ट इंजन वाली मेमू ट्रेन में अलग से इलेक्ट्रिक इंजन लगाना पड़ा.
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