नई दिल्ली। महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र (Aurangzeb’s Tomb in Maharashtra) पर विवाद थमा नहीं है. महाराष्ट्र सरकार में सामाजिक न्याय मंत्री संजय शिरसाट (Sanjay Shirsat) ने मांग उठाई है कि जहां औरंगजेब की कब्र (खुलताबाद) है, उसका नाम बदला जाए. इस पर AIMIM ने पलटवार किया और विवादित बयान दिया है. AIMIM नेता इम्तियाज जलील ने कहा, अब बचा क्या है? अपने बाप का नाम भी बदल लेना चाहिए.
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, जहां औरंगजेब की कब्र है, उस खुलताबाद का नाम बदलकर रत्नपुर किया जाए. औरंगजेब ने हमारे इलाकों के नाम बदल दिए थे. औरंगजेब की कब्र खुलताबाद में है लेकिन अंग्रेजों के जमाने से उसे रत्नपुर नाम से जाना जाता था. कुछ लोगों को औरंगजेब पर प्यार आ रहा है. लेकिन हमें भी हमारी संस्कृति को बचाना होगा. हम औरंगजेब की प्रॉपर्टी नहीं छीन रहे. हम अपनी गलतियों को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं.
शिरसाट ने कहा, इसी तरह, दौलताबाद नहीं है, उसका नाम देवगिरी है. वहां राजा राम देव राय ने राज किया है. वो उनकी विरासत है. वो भी चेंज होना चाहिए. हम कोई नई मांग नहीं उठा रहे. औरंगजेब ने कब्जा करने के बाद नाम बदले हैं. हम अब सुधारने की कोशिश कर रहे हैं. हम मुख्यमंत्री के सामने ये प्रस्ताव हम देने जा रहे हैं. विधानसभा में प्रस्ताव लाएंगे.
उन्होंने कहा, हिम्मत है तो जाइए गुजरात और अहमदाबाद का नाम क्यों नहीं चेंज कर रहे हैं. बोलिए मोदी-शाह को. बोलिए कि गुजरात के अंदर क्या अहमद भाई अच्छे लगते हैं क्या. यहां आपको अहमदनगर पसंद नहीं आते हैं. जिन लोगो की सोच घटिया होती है, वही इस तरह से घटिया राजनीति करते हैं.
जलील ने आगे कहा, जब आप अपना जनप्रतिनिधि चुनते हैं तो ये क्राइटेरिया होना चाहिए. पढ़े-लिखे लोग होने चाहिए. पढ़ा लिखा इंसान अपने शहर के विकास पर बात करेगा. नवाचार पर बात कर सकता है. लेकिन कुछ घटिया लोगों की सोच ऐसी होती है कि वो घटिया बात ही करते रहते हैं. हमारे शहर और जिले में भी ऐसे बहुत सारे लोग हैं, जो सत्ता में बैठे हैं और उनकी घटिया सोच है. घटिया मुद्दे और राजनीति के साथ आगे बढ़ रहे हैं. दुनिया कहां जा रही है और ये वहीं के वहीं बैठे हैं.
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