लखनऊ। लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence ) का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. सोमवार को समाजवादी पार्टी के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Samajwadi Party chief and former chief minister Akhilesh Yadav) लखीमपुर जाना चाहते थे, लेकिन उन्हें रोक दिया गया. इसके बाद अखिलेश बीच सड़क पर ही धरने पर बैठ (sat on dharna in the middle of the road)गए. घर के पास ही अखिलेश समर्थकों के साथ धरने (sit on dharna near the house) पर बैठ गए. इसके बाद उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि आखिर ये सरकार छिपाना क्या चाहती है.
इसी बीच अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के घर के बाहर भी जमकर बवाल हो गया. अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के घर के बाहर पुलिस की गाड़ी को आग के हवाले कर दिया गया. ये आग गौतमपल्ली थाने के बाहर लगाई गई है और इसी थाने के सामने अखिलेश का घर है.
प्रियंका गांधी हिरासत में ली गईं
कांग्रेस महासचिव देर रात लखनऊ से लखीमपुर के लिए रवाना हुई थीं. प्रियंका तड़के लखीमपुर सीमा तक पहुंच भी गईं, लेकिन उन्हें हरगांव में पुलिस ने हिरासत में लिया. उन्हें सीतापुर के गेस्ट हाउस ले जाया गया है. प्रियंका के अलावा दीपेंदर सिंह हुड्डा और बाकी कांग्रेस नेताओं को भी हिरासत में ले लिया गया है. कांग्रेस का दावा है कि देर रात यूपी पुलिस ने कई बार प्रियंका के काफिले को रोकने की कोशिश की.
क्या हुआ था लखीमपुर खीरी में?
आरोप है कि केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा ने प्रदर्शन कर रहे किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी. इससे चार किसानों की मौत हो गई. इसके बाद हिंसा भड़क उठी, जिसमें बीजेपी नेता के ड्राइवर समेत 4 और लोगों की मौत हो गई. इस पूरे बवाल में अब तक 8 लोग मारे जा चुके हैं. हालांकि, केंद्रीय मंत्री और उनके बेटे ने इन आरोपों को खारिज किया है. आशीष मिश्रा ने दावा किया है कि वो सुबह से बनवारीपुर में थे. इस मामले में आशीष मिश्रा के खिलाफ तिकोनिया थाने में एफआईआर दर्ज करवाई जा चुकी है.
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