कोलकाता: ट्रेनी डॉक्टर (Doctor) के रेप और मर्डर (Rape and Murder) केस (Case) का ट्रायल शुरू हो चुका है लेकिन अब मामले की सुनवाई का तरीका बदलने जा रहा है. अब कोर्टरूम (Court Room) के बाहर जब आरोपी संजय रॉय (Sanjay Roy) के नाम की आवाज लगेगी तो उसे पुलिस कोर्ट रूम में पकड़कर लाती हुई नजर नहीं आएगी. अब आवाज लगने के बाद संजय रॉय जेल में बैठे-बैठे वीडिया कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट रूम में पेश होगा. बता दें कि आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर की वारदात के बाद देशभर के डॉक्टर स्ट्राइक पर चले गए थे.
संजय रॉय के वकील सौरव बंद्योपाध्याय ने बताया कि जज ने उनके मुव्विकल को ऑनलाइन पेश होने का आदेश दिया है. कोर्टरूम में आरोपी संजय रॉय की पेशी जरूरी है इसलिए उसे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया जाएगा. क्योंकि गवाहों की पहचान करने की आवश्यकता है. उन्होंने बताया कि वह अदालत के निर्देशानुसार, शारीरिक रूप से उपस्थित रहेंगे.
आरजी कर रेप और मर्डर केस में सोमवार को 31 वर्षीय पीड़िता का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों कोर्टरूम में पेश होंगे और अपना बयान दर्ज करवाएंगे. सीबीआई ने अपने आरोप पत्र में पहले कहा था कि जांच की कार्रवाई और पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुरूप थी. केंद्रीय जांच एजेंसी, जिसने अपनी जांच शुरू होने के 58वें दिन आरोप पत्र दाखिल किया है.
31 वर्षीय पीजीटी डॉक्टर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट जांच के दायरे में तब आई जब जूनियर डॉक्टरों ने प्रक्रिया की पारदर्शिता पर चिंता जताई. उन्होंने रिपोर्ट की प्रामाणिकता पर सवाल उठाए. 13 अगस्त को कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश के बाद मामले को अपने हाथ में लेने वाली सीबीआई ने पोस्टमार्टम जांच करने वाले पैनल में शामिल डॉक्टरों से पूछताछ की. एम्स-कल्याणी में फोरेंसिक मेडिसिन और टॉक्सिकोलॉजी विभाग के प्रमुख ने जांच कार्यवाही की वीडियोग्राफी की जांच के लिए विशेषज्ञों का एक मेडिकल बोर्ड गठित किया.
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