वाशिंगटन। वैगनर ग्रुप पिछले दिनों रूस से विद्रोह करके काफी चर्चा में रहा। हालांकि, पुतिन ने वैगनर समूह के मुखिया येवगेनी प्रिगोझिन को छोड़ दिया हो लेकिन अमेरिका ने उस बड़ी कार्रवाई की है। अमेरिका ने मंगलवार को वैगनर ग्रुप को धन मुहैया कराने वाली अवैध सोने की अफ्रीकी खदानों पर प्रतिबंध लगा दिया। इसी के साथ येवगेनी प्रिगोझिन से जुड़ी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, इन प्रतिबंधों का पिछले हफ्ते रूस के साथ हुए वैगनर के विद्रोह के साथ कोई संबंध नहीं है। अमेरिका ने पहले भी प्रिगोझिन और वैगनर समूह के खिलाफ कई बार प्रतिबंध जारी किए थे जिसमें यह आरोप भी शामिल है कि उन्होंने 2016 के अमेरिकी चुनाव में हस्तक्षेप करने की कोशिश की थी। लेकिन रूस ने बीच में आकर इसका पक्ष लिया था।
वहीं इससे पहले अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने इस संबंध में बताया कि वैगनर के प्रमुख प्रिगोझिन ने पूर्व में जिस तरह कृत्य के किए हैं, उनके लिए उस पर अमेरिका में कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। उन्होंने कहा, हम चाहते हैं कि उसने कथित तौर पर जिस तरह के अपराध किए हैं, उनके लिए उस पर मुकदमा चले और हम उसे कटघरे में खड़ा देखना चाहते हैं।
बता दें कि रूस छोड़ने के बाद बेलारूस के राष्ट्रपति एलेकजेंडर लुकाशेंको ने वैगनर प्रमुख का अपने देश में स्वागत किया है। वहीं प्रवक्ता मैथ्यू मिलर से मीडिया ने पूछा कि क्या प्रिगोझिन को अवांछित व्यक्ति घोषित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, मैंने अभी जो कहा, मैं उसी बात को दोहराऊंगा। वह यह कि लुकाशेंको ने जो कदम उठाया है, वह अपने लोगों के हित में नहीं बल्कि क्रेमलिन के हित में उठाया है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को कहा कि उनके विद्रोह के बाद प्रिगोझिन की कैटरिंग फर्म के वित्त की जांच की जाएगी, उन्होंने कहा कि वैगनर और इसके मुखिया को पिछले साल रूस से लगभग दो अरब डॉलर मिले थे। वैगनर ने लीबिया, सीरिया, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, माली और अन्य देशों में लड़ाइयां लड़ी हैं साथ ही यूक्रेन में पिछले 16 महीने वैगनर ग्रुप ने खूब आतंक मचाया है।
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