डेस्क: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर निशाना साधा. सीएम हिमंत ने दावा किया कि बंगाल सरकार की विफलता की वजह से बंगाल के लोग बाढ़ से पीड़ित हैं, लेकिन मैं हैरान हूं कि ममता दीदी अपनी नाराज़गी अपने अफसरों पर नहीं, बल्कि झारखंड की जनता पर निकाल रही हैं.
वह राज्य की सीमा सील कर झारखंड की जनता को सबक सिखा रही हैं और झारखंड के माननीय मुख्यमंत्री मौन हैं. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट लिखी. जिसमें उन्होंने दावा किया कि केंद्र में बीजेपी सरकार ने भी कहा है कि बंगाल की बाढ़ में झारखंड की कोई गलती नहीं है.
सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि यह विषय किसी राजनीतिक दल से जुड़ा नहीं है, यह झारखंड की जनता के सम्मान की बात है, लेकिन, झारखंड मुक्ति मोर्चा ने चुप्पी इसीलिए साधी है. उनके लिए राजधर्म से बड़ा राजनीति का धर्म है. झारखंड की जनता को सोचना चाहिए कि जो पार्टी अपने राज्य की गरिमा की रक्षा नहीं कर पा रही है, क्या ऐसी पार्टी को आपको फिर से मौक़ा देना चाहिए?
रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिम बंगाल सरकार ने गुरुवार (19 सितंबर) की शाम डिब्रूगढ़ चेक पोस्ट को सील कर दिया, जिसके कारण झारखंड से एनएच-19 पर बराकर ब्रिज से मैथन तक भारी वाहनों की कतार लग गई. दरअसल, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने 3 दिनों के लिए अंतरराज्यीय बार्डर सील करने का आदेश दिया है.
ममता ने शुक्रवार (20 सितंबर) को झारखंड सरकार पर आरोप लगाया कि दामोदर घाटी निगम द्वारा झारखंड को बचाने के लिए अपने बांध से पानी छोड़े जाने के बाद से राज्य में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. फिलहाल, झारखंड के अधिकारी इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं और बंगाल सरकार की इस कार्रवाई से हैरान हैं. सरकारी सूत्रों का दावा है कि वरिष्ठ अधिकारियों को इस बारे में जानकारी दे दी गई है, लेकिन अभी तक मामला सुलझ नहीं पाया है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved