नई दिल्ली। हिंदूओं के लिए शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri ) विशेष महत्व (special importance) है. मां दुर्गा की उपासन का उत्सव नवरात्रि साल में चार बार आता है. जिसमें दो गुप्त नवरात्रि और दो प्रत्यक्ष (चैत्र और शारदीय) नवरात्रि होती है. शारदीय नवरात्रि अश्विन माह (ashwin month) के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होती हैं. मान्यता है कि नौ दिन तक चलने वाले इस पर्व में जो सच्चे मन और पूरी पवित्रता के साथ मां दुर्गा (Maa Durga) की पूजा करता है उसकी तमाम परेशानियां खत्म हो जाती है. आइए जानते हैं इस साल शारदीय नवरात्रि कब से शुरू हो रही है. घटस्थापना मुहूर्त और संपूर्ण जानकारी
नवरात्रि कब से शुरू है 2022 (When is Shardiya Navratri 2022 Start)
शारदीय नवरात्रि की शुरुआता 26 सितंबर 2022 सोमवार से होगी. इस दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है. इन देवियों के नाम इस प्रकार हैं-
शैलपुत्री (Shailaputri)
ब्रह्मचारिणी (Brahmacharini)
चंद्रघंटा (Chandraghanta)
कूष्मांडा (Kushmanda)
स्कंदमाता (Skandamata)
कात्यायनी (Katyayani)
कालरात्रि (Kalaratri)
महागौरी (Mahagauri)
शारदीय नवरात्रि घटस्थापन मुहूर्त 2022 (Shardiya Navratri Ghatsthapana Time 2022)
अश्विन प्रतिपदा तिथि आरंभ- 26 सितंबर 2022,सुबह 03.23 मिनट से शुरू
अश्विन प्रतिपदा तिथि समापन – 27 सितम्बर 2022, सुबह 03.08 मिनट तक
घटस्थापना सुबह का मुहूर्त – सुबह 06.17 – 07.55 (Ghatsthapana Morning Time 2022)
अवधि – 01 घण्टा 38 मिनट
घटस्थापना अभिजीत मुहूर्त – सुबह 11:54 – दोपहर 12:42 (Ghatsthapana Day Time 2022)
अवधि – 48 मिनट
शारदीय नवरात्रि 2022 मुहूर्त (Shardiya Navratri 26 september Muhurat 2022)
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 04:41 – सुबह 05:29
अभिजित मुहूर्त – सुबह 11:54 – दोपहर 12:42
विजय मुहूर्त – दोपहर 02:18 – दोपहर 03:07
गोधूलि मुहूर्त – शाम 06:07 – शाम 06:31
शारदीय नवरात्रि 2022 शुभ योग (Shardiya Navratri 2022 Shubh Yoga)
शारदीय नवरात्रि पर इस बार बेहद दुर्लभ योग का संयोग बन रहा है. इस बार शारदीय नवरात्रि की शुरुआत शुक्ल और ब्रह्म योग से हो रही है.
ब्रह्म योग – 26 सितंबर 2022, सुबह 08.06 – 27 सितंबर 2022, सुबह 06.44
शुक्ल योग – 25 सितंबर 2022, सुबह 09.06 – 26 सितंबर 2022, सुबह 08.06
शारदीय नवरात्रि घटस्थापना सामग्री (Navratri Ghatsthapana Samagri)
शारदीय नवरात्रि में घटस्थापन का विशेष महत्व है. नवरात्रि के पहले दिन विधि विधान से घटस्थापन (कलश स्थापन) की जाती है. घटस्थापना के लिए इन सामग्री का होना जरुरी है. जौ बोने के लिए चौड़े मुँह वाला मिट्टी का पात्र, स्वच्छ मिट्टी, मिट्टी या तांबे का कलश साथ में ढक्कन, कलावा, लाल कपड़ा, नारियल, सुपारी, गंगाजल, दूर्वा, आम या अशोक के पत्ते, सप्तधान्य (7 प्रकार के अनाज), अक्षत, लाल पुष्प, सिंदूर, लौंग, इलायची, पान, मिठाई, इत्र, सिक्का
घटस्थापना पूजा विधि (Navratri Ghatsthapana Vidhi)
नवरात्र के पहले दिन घटस्थापना शुभ मुहूर्त में ही की जाती है. टाइम का विशेष ध्यान रखें.
मिट्टी के पात्र खेत की स्वच्छ मिट्टी डालकर उसमें सात प्रकार के अनाज बोएं. अब ईशान कोण में पूजा की चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएं और देवी दुर्गा की फोटो की स्थापना करें.
तांबे या मिट्टी के कलश में गंगा जल, दूर्वा, सिक्का, सुपारी, अक्षत, डालें. कलश पर मौली बांधें और इसमें आम या अशोक के 5 पत्ते लगाकर ऊपर से लाल चुनरी से बंधा नारियल रख दें. कलश पर रोली से स्वास्तिक बनाएं
अब जौ वाले पात्र और कलश को मां दुर्गा की फोटो के आगे स्थापित कर दें. कलश स्थापित करते समय इस मंत्र का जाप करें- ओम आ जिघ्र कलशं मह्या त्वा विशन्त्विन्दव:। पुनरूर्जा नि वर्तस्व सा नः सहस्रं धुक्ष्वोरुधारा पयस्वती पुनर्मा विशतादयिः।।
कलश स्थापना पूरी कर दीपक लगाएं और सभी देवी देवता, नवग्रह, मां दुर्गा का आव्हान करें और फिर भगवती की पूजा आरंभ करें.
शारदीय नवरात्रि कन्या पूजन कब 2022 (Shardiya Navratri Kanya puja date 2022)
नवरात्रि के अष्टमी और नवमी तिथि पर कन्या पूजन का विधान है. इस बार महाअष्टमी तिथि 3 अक्टूबर 2022 और नवमी 4 अक्टूबर 2022 को है. इस दिन नौ कन्याओं को घर बुलाकर भोजन कराया जाता है. इन नौ कन्याओं को देवी का स्वरूप मानकर इनकी पूजा की जाती है. कन्या भोजन में एक बटूक यानी कि एक बालक को भी भोजन का निमंत्रण दिया जाता है. भोजन के बाद सभी कन्याओं को यथाशक्ति कुछ उपहार देना चाहिए और पैर छूकर आशीर्वाद लेना चाहिए.
शारदीय नवरात्रि 2022 देवी दुर्गा की सवारी (Navratri 2022 Devi durga sawari)
शारदीय नवरात्रि पर इस बार मां हाथी पर सवार होकर आएंगी. मान्यता है कि जब नवरात्रि की शुरुआत रविवार या सोमवार से होती है तो मां का आगमन हाथी पर होता है. हाथी को देवी दुर्गा का शुभ वाहन माना जाता है. शास्त्रों के अनुसार मां जब हाथी पर सवार होती हैं तो देश में सुख-समृद्धि आती है.
नवरात्रि के नौ रंग 2022 (Navratri colours 2022)
नवरात्रि के नौ दिनों तक मां दुर्गा के प्रिय रंगों का पूजा में उपयोग करना उत्तम माना जाता है. मान्यता है देवी को हर दिन अलग-अलग रंग के वस्त्र पहनाने, साथ ही जातक अगर खुद उन रंगों का इस्तेमाल करें तो देवी दुर्गा का विशेष वरदान प्राप्त होता है. जानते हैं किस दिन कौन सा रंग शुभ माना गया है.
नवरात्रि प्रथम दिन (26 सितंबर 2022) – मां शैलपुत्री पूजा (सफेद रंग)
नवरात्रि दूसरा दिन – (27 सितंबर 2022) -मां ब्रह्मचारिणी पूजा (लाल रंग)
नवरात्रि तीसरा दिन – (28 सितंबर 2022) – मां चंद्रघण्टा पूजा (नीला रंग)
नवरात्रि चौथा दिन – (29 सितंबर 2022) – मां कुष्माण्डा पूजा (पीला रंग)
नवरात्रि पांचवां दिन – (30 सितंबर 2022) – मां स्कंदमाता पूजा (हरा रंग)
नवरात्रि छठा दिन – (01 अक्टूबर 2022) – मां कात्यायनी पूजा (ग्रे रंग)
नवरात्रि सातवां दिन – (02 अक्टूबर 2022) – मां कालरात्री पूजा (नारंगी रंग)
नवरात्रि आठवां दिन – (03 अक्टूबर 2022) – मां महागौपूजा (मोर वाला हरा रंग)
नवरात्रि नवां दिन – (04 अक्टूबर 2022) – मां सिद्धरात्री पूजा (गुलाबी रंग)
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