नई दिल्ली (New Delhi)। हनुमान जयंती(Hanuman Jayanti ) हर साल चैत्र मास की पूर्णिमा को मनाई जाती है. कई जगहों पर यह पर्व कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष के चौदवें दिन भी मनाया जाता है.हनुमान जयंती भगवान हनुमान जी के जन्मदिन के रूप में मनाई जाती है. इस दिन भक्त बजरंगबली के लिए व्रत रखते हैं और पूरे विधिपूर्वक उनकी पूजा करते हैं. इस दिन बजरंगबली के भक्त उन्हें प्रसन्न करने के लिए कई तरह के अनुष्ठान और उपाय करते हैं. कुछ जगहों पर इस दिन शोभा यात्रा भी निकाली जाती है.
इस दिन मनाई जाएगी हनुमान जयंती
चैत्र पूर्णिमा तिथि 5 मार्च सुबह 9 बजकर 19 मिनट पर शुरू हो रही है. वहीं इसका समापन 6 अप्रैल की सुबह 10 बजकर 4 मिनट पर होगा. हनुमान जी का जन्म चैत्र माह की पूर्णिमा के दिन हुआ था. इस साल हनुमान जयंती 6 अप्रैल, गुरुवार के दिन मनाई जाएगी. बजरंगबली की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त 6 अप्रैल को सुबह 06.06 मिनट से 07.40 मिनट तक का है. इस दिन का अभिजित मुहूर्त दोपहर 12.02 से दोपहर. 12.53 तक है.
हनुमान जयंती की पूजा विधि
हनुमान जयंती का दिन हिन्दू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. इस दिन हनुमान जी की पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति को जीवन में संकटों से मुक्ति मिलती है और सुख- शांति आती है. इस दिन भक्त हनुमान जी को सिंदूर या लाल वस्त्र और फूल की माला चढ़ाते हैं. हनुमान जी को लड्डू, हलवा, केला प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है. इस दिन षोडशोपाचार की विधि विधान से श्री हनुमानजी की आराधना करनी चाहिए.
कुंडली में शनि का अशुभ प्रभाव हो तो भी इस दिन विधिपूर्वक हनुमान जी की पूजा करने से लाभ मिलता है. हनुमान जी की पूजा से शनि देव से जुड़ी समस्याएं भी दूर जाती हैं. इस दिन हनुमान चालीसा और बजरंग बाण करने से हनुमान जी जल्द प्रसन्न होते हैं. इसके साथ ही नकारात्मक शक्तियों से भी मुक्ति मिल जाती है.
(नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी सिर्फ सामान्य सूचना और मान्यताओं पर आधारित है. हम इस पर किसी भी प्रकार का दावा नहीं करते हैं.)
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved