उज्जैन। शहर एवं जिले में पदस्थ 300 से अधिक पुलिसकर्मी विभिन्न बीमारियों की चपेट में हैं और इसके कारण वे ठीक से काम नहीं कर पाते। अभी ड्यूटी तथा थकान के कारण उनमें से अधिकांश को शुगर एवं रक्तचाप की बीमारी है।
शनिवार को आयोजित वार्षिक स्वास्थ्य शिविर में 45 जिले के करीब 750 पुलिसकर्मियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया इसमें 45 शुगर, 100 मोटापा, 200 हाई बीपी के पीडि़त निकले। इसके अलावा 50 की उम्र पार कर चुके अधिकांश जवानों की नेत्र ज्योति भी कमजोर मिली है। मामले में जानकारी देते हुए पुलिस विभाग के अधिकारी व आर.आई. रणजीत सिंह राणा ने बताया कि जाँच शिविर में जिले के विभिन्न थानों के प्रभारी और कर्मचारी ने भाग लिया। इनमें से कुछ पुलिस अधिकारी और कर्मचारी तो अपनी अच्छी दिनचर्या और खानपान के कारण फिट निकले, लेकिन अधिकांश गंभीर बीमारी से घिरे मिले। डाक्टरों ने बताया कि पुलिसकर्मी मोटापा, डायबिटीज और ब्लड प्रेशर की बीमारी से पीडि़त मिले हैं, वहीं कुछ को हार्ट अटैक के लक्षण मिले। इसमें सबसे ज्यादा डायबिटीज और ब्लड प्रेशर की शिकायत सामने आई हैं।
पहले भी कई पुलिस वालों की हार्ट अटैक से हो चुकी हैं मौत
शहर में पहले भी कई पुलिस जवानों की हार्ट अटैक से मौत हो चुकी हैं। किसी को ड्यूटी के दौरान तो किसी को ड्यूटी खत्म करने के बाद घर पर अटैक आया था। अभी तक 4 से 5 पुलिस जवान हार्ट अटैक आने के कारण मर चुके हैं। इस संबंध में कुछ पुलिस जवानों का कहना है कि लगातार ड्यूटी देने के कारण वे अपने परिवार वालों को समय नहीं दे पाते हैं। ऐसे में किसी को बच्चों की पढ़ाई की चिन्ता रहती हैं तो किसी को बेटे-बेटी के भविष्य की, लेकिन ड्यूटी में व्यस्तता के कारण वे इन सब पर बिल्कुल ध्यान ही नहीं दे पा रहे हैं।
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