साथियों से मिलने आया था नारकोटिक्स विंग ने पकड़ा
इन्दौर। मादक पदार्थ (narcotic substances) की तस्करी करने वाले एक ऐसे तस्कर (smuggler) को नारकोटिक्स विंग (Narcotics Wing) ने गिरफ्तार किया है जो लंबे समय से गांजे और अफीम (Cannabis and opium) की सप्लाई कर रहा था। इसके तस्कर बनने के पीछे की कहानी भी अजीब है। दरअसल वह सेना (army) में जाकर देश सेवा करना चाहता था। जब परिवार वालों ने उसे नहीं भेजा तो तस्करी गोरख धंधे में लग गया।
मिली जानकारी के अनुसार इंदौर नारकोटिक्स विंग के निरीक्षक प्रवीण ठाकरे को मुखबीर से खबर मिली थी कि मनावर के ग्राम अंजनिया का एक तस्कर मनोज पिता गलियां मुवेल इंदौर जाकर अपने एजेंटों के माध्यम से गांजा और अफीम की सप्लाई कर रहा है। इस पर इस पर टी आई ठाकरे ने अपनी टीम को लगाया था। कल रात मनोज के इंदौर आने की खबर मिली थी कि वह बंगाली चौराहे के पास अपने साथियों से मिलने वाला है। जैसे ही वह पहुंचा नारकोटिक्स टीम ने उसे पकड़ लिया। पूछताछ के दौरान उसने कबूल किया कि स्कूल ,कॉलेज ,और हॉस्टलों में वह अपने एजेंटों के माध्यम से छात्र, छात्राओं को नशा उपलब्ध कराता था। इसके दो साथी अजय मंडल उर्फ जॉर्डन तथा लवेश उर्फबिट्टू को ढाई महापूर्वा भी गिरफ्तार किया गया था। इन्होंने मादक पदार्थ सप्लाई करने के लिए जॉर्डन नामक एक ग्रुप बना रखा था। और उसी के जरिए माल की ड्रिलिंग करते थे। हालांकि तस्कर मनोज से कोई माल नहीं मिला है।