इंदौर। कल दोपहर इंदौर (Indore) निराश्रित सेवा आश्रम के युवाओं (Youth) ने एक बुजुर्ग को रेस्क्यू किया है। परिवार में किसी के न होने के कारण रिश्तेदारों का साथ भी छूट गया था तो बुजुर्ग ने सडक़ किनारे को ही आशियाना बना लिया था। किला मैदान गल्र्स होस्टल (Kila Maidan Girls Hostel) की वार्डन की सूचना पर बुजुर्ग को आश्रम लाया गया। अब वह आश्रम में ही रहेंगे।
कल दोपहर निराश्रित सेवा आश्रम के युवाओं को सूचना मिली थी कि किला मैदान गल्र्स होस्टल के पास सडक़ पर एक बुजुर्ग पिछले 20 दिन से रह रहे हैं। खाने को कुछ नहीं है, इसलिए कमजोर और बीमार हैं। सूचना पर यश और श्याम सोनगरा ने मौके पर पहुंचकर बुजुर्ग से बात की। बुजुर्ग ने अपना नाम कमल वर्मा बताया और कहा कि उनके परिवार में कोई नहीं है। वह ड्राइवर थे, लेकिन बीमारी के कारण काम छूट गया और फिर धीरे-धीरे रिश्तेदार। अब न काम है और न ही रहने का ठिकाना, इसलिए सडक़ किनारे ही रहने लगा हूं। यश ने बताया कि बुजुर्ग ने बताया कि उन्हें कोई कुछ खाने को दे देता था तो खा लेते थे, वरना भूखे ही पड़े रहते थे। हमने उनसे आश्रम में रहने के लिए पूछा तो वो सहर्ष राजी हो गए। उन्हें आश्रम ले जाया गया। अब वे निराश्रित सेवा आश्रम परिवार का हिस्सा होंगे। यश के मुताबिक, आश्रम में अब इसी तरह से लाए गए 32 बुजुर्ग रह रहे हैं।
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