इंदौर। अक्षय बम यूं तो पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के करीबियों में जाने जाते हैं। उनके पिता कांति बम दिग्विजय सिंह के सहपाठी भी रहे हैं। अक्षय के इंदौर में कॉलेज भी है विधानसभा चुनाव में जब अक्षय बम को दिग्विजय सिंह ने टिकट का वादा कर दिया था तो उन्होंने इसकी तैयारी अभी शुरू कर दी थी लेकिन ऐन वक्त पर राजा मंधवानी को विधानसभा चार से टिकट दे दिया गया। इसके बाद में नाराज चल रहे थे और पूरे विधानसभा चुनाव से गायब भी रहे इसके बाद में प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के खेमे में आ गए और पटवारी ने उन्हें इंदौर लोकसभा का प्रत्याशी बना दिया।
तीन नामांकन फॉर्म भरे थे बम ने
कांग्रेस के प्रत्याशी रहे अक्षय बने तीन नामांकन फार्म जमा किए थे। उन्होंने मुहूर्त के हिसाब से पहले अपना नामांकन जमा कर दिया था। उसके बाद जीतू पटवारी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ जाकर फिर से नामांकन पत्र जमा किया था। इसके पहले एक बड़ी सभा भी हुई थी। उन्होंने आज अपना नामांकन वापस ले लिया। इस संबंध में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी आशीष सिंह ने कहा कि नामांकन वापस लेने के साथी तीनों फॉर्म स्वत: ही निरस्त हो गए हैं।
कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक अक्षय बम सहित अभी तक कुल तीन उम्मीदवारों ने आज अपने नामांकन फार्म वापस लिए है। आज दोपहर तीन बजे तक नाम वापसी होना है। फिलहाल इंदौर में 23 उम्मीदवार बचे है। सूत्रों के मुताबिक कई उम्मीदवार अपने नाम वापस ले लेंगे।
कांग्रेस सांसद प्रत्याशी अक्षय बम के नामांकन वापसी पर पूर्व विधायक आकाश कैलाश विजयवर्गीय ने सांसद प्रत्याशी आदरणीय श्री शंकर लालवानी को 10 लाख पार से अधिक मतो से विजय होने की अग्रिम बधाई प्रेषित की। आज जब अक्षय बम ने नामांकन वापिस लिया उस समय विधानसभा 1 में ही सांसद प्रत्याशी शंकर लालवानी का जनसंपर्क चल रहा था।
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