डेस्क। बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता आशुतोष राणा आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। बॉलीवुड की एक से बढ़कर एक फिल्म में वह अपने किरदार से खौफ पैदा कर चुके हैं। आज वह अपना 54वां जन्मदिन मना रहे हैं। आशुतोष का जन्म 10 नवंबर 1967 को मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के एक छोटे से गांव गदरवारा में हुआ था।
वह बचपन में अपने गांव में घूमकर नाटक किया करते थे। यहां तक कि गांव में होने वाली रामलीला में रावण का किरदार निभाया करते थे। लेकिन मुंबई का सफर उनके लिए आसान नहीं था। जब उनकी मुलाकात महेश भट्ट से हुई तो उन्होंने गुस्से में उन्हें सेट से बाहर निकाल दिया।
गुरु के कहने पर गए एनएसडी
आशुतोष राणा एलएलबी की पढ़ाई के बाद वकालत में अपना करियर बनाना चाहते थे। लेकिन उनके गुरु ने उन्हें एक्टिंग में अपना करियर बनाने की सलाह दी। वह दिल्ली के राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) के 1994 बैच में एडमिशन ले लिया। एनएसडी से अभिनय प्रशिक्षण लेने के बाद आशुतोष को एनएसडी में ही नौकरी का ऑफर मिला, लेकिन उन्होंने फिल्म जगत में एंट्री को चुना।
महेश भट्ट ने निकाल दिया सेट से बाहर
आशुतोष राणा को सबसे पहले महेश भट्ट से मिलने का मौका मिला था। उनसे मिलकर सबसे पहले उन्होंने महेश भट्ट के पैर छुए। इस बात से महेश भट्ट इतना गुस्सा हो गए कि आशुतोष को सेट से बाहर निकलवा दिया। सिर्फ इतना ही नहीं वह सहायक निर्देशकों पर काफी नाराज हुए और कहा कि उन्होंने उन्हें फिल्म के सेट पर कैसे आने दिया।
महेश भट्ट को पैर छूने वालों से नफरत थी। लेकिन इसके बावजूद जब भी आशुतोष को महेश भट्ट मिलते वह उनके पैर छूना नहीं भूलते थे। जिसके बाद एक दिन महेश ने उनसे पूछ ही लिया कि वह बार बार पैर क्यों छूते हैं। आशुतोष ने जवाब दिया कि, बड़ो के पैर छूना मेरे संस्कारों में है और मैं इसे छोड़ नहीं सकता। इसके बाद उन्होंने आशुतोष को गले से लगा लिया।
स्वाभिमान से हुई करियर की शुरुआत
महेश भट्ट ने खुश होकर आशतोष को टीवी धारावाहिक स्वाभिमान में काम करने का मौका दिया। जिसके बाद उन्हें फर्ज, साजिश, कभी कभी और वारिस जैसे कई शो में देखा गया। आशतोष को फिल्म परदेसी रे से बॉलीवुड में काम करने का मौका मिला। लेकिन उन्हें उसली पहचान फिल्म दुश्मन से मिली। आशुतोष राणा ने दुश्मन विलेन का किरदार निभाया था। जिसके लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड से भी नवाजा गया।
रेणुका शहाणे से शादी
आशुतोष राणा ने अक्ट्रेस रेणुका शहाणे से शादी की है। रेणुका और आशुतोष की पहली मुलाकात फिल्म ‘जयती’ के दौरान हुई थी। लेकिन शूट खत्म होने के बाद दोनों में महीनों तक बात नहीं हुई। लेकिन साल 1998 अक्टूबर में आशुतोष ने रेणुका को फोन कर दिवाली की बधाई दी। जिससे के बाद दोनों एक दूसरे से लगातार बात करने लगे और एक दूसरे को दिल दे बैठे। आशुतोष के जिंदगी में आने से पहले रेणुका की एक शादी पहले ही टूट चुकी थी। अब दोनों के दो बच्चे शौर्यमन और सत्येंद्र हैं।
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