नई दिल्ली। बुलडोज़र का आविष्कार (the invention of the bulldozer) इंजीनियरिंग की दुनिया में एक महत्वपूर्ण घटना थी। हाल में चर्चा में आए बुलडोजर का आविष्कार खेती-किसानों के कामों (farming activities) के लिए किया गया, मगर समय के साथ इसके इस्तेमाल बदलते चले गए।
बता दें कि दुनिया के पहले बुलडोज़र का आविष्कार जेम्स कमिंग्स और जे. अर्ल मैकलियोड (James Cummings and J. earl macleod) ने 1923 में मोरोविल, कान्सास में किया था। उन्होंने एक ऐस बड़ा ब्लेड बनाया जो बड़ी मात्रा में मिट्टी को धक्का दे सकता था। इसे ट्रैक्टर के साथ जुड़कर चलाने के लिए बनाया गया था। उस समय ट्रैक्टर का उपयोग खेतों की जुताई के लिए किया जाता था। इस “अटैचमेंट फॉर ट्रैक्टर्स” के लिए उनका पेटेंट 1925 में स्वीकृत किया गया था। बुलडोजर (bulldozer) की मुख्य विशेषता उसका बड़ा, सामने का ब्लेड और एक शक्तिशाली इंजन है जो भारी-भरकम चीज़ों को धक्का देने का काम करता है।
वैसे बुलडोजिंग (
bulldozer) का अर्थ होता है जबरदस्ती करना। शुरुआत में बुलडोजिंग का अर्थ होता था, किसी बाधा को ताकत के साथ पार करना। मशीन के मामले में बुलडोजर, (
bulldozer) एक ऐसी मशीन का नाम है जो निर्माण के रास्ते में आने वाली बाधाओं को जबरदस्त ताकत के साथ खत्म कर देती है।
यह 18वीं सदी की बात है। कुछ किसान अपनी खेती में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए लकड़ी की एक खास किस्म की मशीन का उपयोग किया करते थे। इस मशीन में आगे की तरफ एक मोटी और बहुत बड़ी ब्लेड लगी होती थी और पीछे घोड़ा गाड़ी की तरह दो बड़े पहिए लगे होते थे। कहा जाता है कि इसी मशीन से बुलडोजर बनाने का आइडिया आया। कई इतिहासकार इसी मशीन को दुनिया का पहला Bulldozer कहते हैं।
पूरी दुनिया में बुलडोजर (
bulldozer) का इस्तेमाल बड़ी मात्रा में गंदगी, पत्थर, मलबे को धकेलने के लिए किया जाता है ये खानों, खदानों, खेतों और निर्माण स्थलों पर काम करने के लिए एक महत्वपूर्ण आविष्कार है, लेकिन अब नेताओं ने बुलडोजर (
bulldozer) अपना हथियार भी बना लिया है।