डेस्क: खगोलीय और धार्मिक नजरिए से ग्रहण की घटना को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता रहा है. साल 2022 के समापन होने में अब ज्यादा दिन नहीं बचे हैं. सभी को नए साल की शुरुआत होने का बेसब्री से इंतजार रहता है. हर कोई यह जानने को उत्सुक रहता है कि आने वाले साल में कब और कितने ग्रहण देखने को मिलेंगे. आइए जानते हैं साल 2023 में कितने सूर्य और कितने चंद्र ग्रहण देखने को मिलेंगे.
वर्ष 2023 में ग्रहण
साल 2023 में कुल मिलाकर 4 ग्रहण लगेंगे. दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण होंगे। आइए विस्तार से जानते हैं कब-कब और कहां-कहां ये चारों ग्रहण दिखाई देंगे.
सूर्य ग्रहण 2023
- पहला सूर्य ग्रहण : साल का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल, गुरुवार को लगेगा. यह ग्रहण एक दुर्लभ और अनोखा आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। इस ग्रहण को ऑस्ट्रेलिया, हिंद महासागर, प्रशांत महासागर, अंटार्कटिका और दक्षिण-पूर्व एशिया मे दिखाई देगा. साल का पहला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं देखा जा सकेगा. इस कारण से इस सूर्य ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा. पंचांग के अनुसार 20 अप्रैल 2023 को लगने वाला यह ग्रहण भारतीय समय के अनुसार सुबह 07 बजकर 04 मिनट पर शुरू होगा, जिसका समापन 12 बजकर 29 मिनट तक रहेगा.
- दूसरा सूर्य ग्रहण : साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर को लगेगा. यह सूर्य ग्रहण एक कुंडलाकार सूर्य ग्रहण होगा. इस तरह का सूर्य ग्रहण बहुत ही खास होता है, जिसमें रिंग ऑफ फायर का नजारा देखने को मिलता है. रिंग ऑफ फायर में सू्र्य चंद्रमा के चारों ओर अंगूठी के आकार का हो जाता है. यह ग्रहण दक्षिण अमेरिका. उत्तरी अमेरिका, पश्चिम अफ्रीका, प्रशांत और अटलांटिक में दिखाई देगा. भारत में इस सूर्य ग्रहण को नहीं देखा जा सकेगा. इस कारण से इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा.
चंद्र ग्रहण 2023
- पहला चंद्र ग्रहण : साल का पहला चंद्र ग्रहण 05 मई 2023 को घटित होगा. यह चंद्र ग्रहण उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा. उपच्छाया चंद्र ग्रहण में सूतक काल मान्य नहीं होता है. इस ग्रहण को खुली आंखों से नही देखा जा सकता है. यह ग्रहण एशिया, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण पूर्व यूरोप, हिंदू और प्रशांत महासागर और अटलांटिक व अंटार्कटिका में दिखाई देगा. यह चंद्र ग्रहण रात 08 बजकर 45 मिनट से शुरू होकर देर रात 01 बजे तक चलेगा.
- दूसरा चंद्र ग्रहण : 29 अक्टूबर को साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण लगेगा. भारत में इस ग्रहण को देखा जा सकेगा इस कारण इसका सूतक काल मान्य होगा. चंद्र ग्रहण रात 01 बजकर 06 मिनट से शुरू होकर रात 02 बजकर 22 मिनट पर खत्म हो जाएगा. ग्रहण से 09 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाएगा. हिंदू धर्म में सूतक काल को अशुभ समय माना जाता है.
क्या होता है सूतक काल
ग्रहण के लगने से पहले सूतक काल शुरू हो जाता है. सूर्य ग्रहण होने पर ग्रहण से 12 घंटे पहले और चंद्र ग्रहण होने पर ग्रहण से 09 घंटे पर सूतक काल लग जाता है. इस अवधि के दौरान किसी भी तरह का कोई शुभ काम या पूजा-पाठ करना वर्जित होता है. सूतक काल के दौरान मंत्रों का जाप करते रहना चाहिए और ग्रहण की समाप्ति के बाद सूतक काल खत्म हो जाता है. फिर पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव किया जाता है.