इंदौर। समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी में देरी होने से किसान नाराज हैं। वहीं 6 साल पुराना बोनस किसानों को अभी तक नहीं मिला। फिर से राज्य सरकार ने 125 रुपए गेहूं पर बोनस देने का ऐलान किया तो किसानों में आक्रोश देखा जा रहा है। इंदौर जिले में 80 फीसदी गेहूं कट चुका है। किसानों को मंडियों में गेहूं के दाम समर्थन मूल्य से नीचे कम मिल रहे हैं। वह फरवरी के आखिर से ही समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी के लिए तारीखों के ऐलान का इंतजार कर रहा है। अब जाकर खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की ओर से आदेश जारी हुआ है, जिसमें खंडवा-खरगोन में 15 मार्च और इंदौर जिले में 20 मार्च से गेहूं की सरकारी खरीदी शुरू होगी।
इंदौर जिले में 97 खरीदी केंद्र बनाए गए हैं। विभाग की ओर से दावा किया गया कि इस बार 40000 किसानों ने समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिए पंजीयन कराया है। सरकार की ओर से 2 दिन पहले गेहूं के समर्थन मूल्य 2275 रुपए के साथ राज्य सरकार की ओर से 125 रुपए बोनस किसानों को दिया जाएगा। इस प्रकार किसानों को प्रति क्विंटल 2400 रुपए गेहूं सरकार को बेचने के दौरान प्राप्त होंगे। किसानों में आक्रोश इस बात को लेकर आया कि 2018 में सरकार ने 160 रुपए प्रति क्विंटल बोनस देने की घोषणा की थी, लेकिन वह आज तक नहीं दिया गया। किसान मजदूर सेवा के बबलू यादव, दूलेसिंह राठौर ने बताया कि लगातार सरकार को पुराना बकाया बोनस देने की गुहार लगाई जा रही है।
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