नई दिल्ली (New Delhi)। क्या भारत में WhatsApp(WhatsApp in India) बंद होने वाला है? सरकार ने संसद(The government has parliament) में कांग्रेस सांसद (Congress MP)की तरफ से पूछे गए इस सवाल का जवाब(question’s answer) दिया। केंद्र का कहना है कि अब तक व्हाट्सएप या उसकी पैरेंट कंपनी मेटा की तरफ से इस संबंध में कुछ नहीं कहा गया है। खास बात है कि पहले व्हाट्सएप ने दिल्ली हाईकोर्ट को बताया था कि अगर सरकार की तरफ से उसे मैसेज एनक्रिप्शन तोड़ने के लिए कहा गया, तो भारत में काम करना बंद कर देगा।
राज्यसभा में कांग्रेस सांसद विवेख तन्खा ने मैसेजिंग सर्विस के काम करने से जुड़ा सवाल पूछा था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इसपर IT मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लिखित जवाब दिया, ‘इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रोद्यौगिकी मंत्रालय की तरफ से से पहले ही साझा किया जा चुका है कि WhatsApp या Meta ने सरकार को अपनी ऐसी किसी भी योजना के बारे में सूचित नहीं किया है।’
तन्खा का सवाल था कि क्या सरकार के यूजर की जानकारी साझा करने के निर्देशों के चलते WhatsApp भारत में काम करना बंद कर रहा है या नहीं उन्होंने IT एक्ट 2000 की धारा 69A का जिक्र किया था। इसपर सरकार ने कहा कि केंद्र ने भारत की संप्रभुता या अखंडता, भारत की सुरक्षा विदेश से अच्छे रिश्ते या सार्वजनिक व्यवस्था के हित में निर्देश जारी किए थे।
इससे पहले व्हाट्सएप ने संशोधित IT नियमों का विरोध किया था। कंपनी का कहना था कि ये निजता के अधिकार का उल्लंघन करते हैं और असंवैधानिक हैं। ऐप ने दिल्ली हाईकोर्ट को बताया था कि उसका एन्ड-टू-एन्ड एनक्रिप्शन यूजर्स की निजता की रक्षा करता है। इसके चलते संदेश सिर्फ भेजने और प्राप्त करने वाला पढ़ सकता है। WhatsApp ने कहा था, ‘एक प्लेटफॉर्म के तौर पर हम कह रहे हैं कि अगर हमें एनक्रिप्शन तोड़ने के लिए कहा गया, तो व्हाट्सएप यहां से चला जाएगा।’
उन्होंने कहा कि लोग प्राइवेसी फीचर्स के चलते ही WhatsApp का उपयोग करते हैं। आंकड़े बताते हैं कि भारत में WhatsApp के 4 करोड़ से भी ज्यादा यूजर्स हैं।
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