– रंजना मिश्रा
इस नए साल में व्हाट्सएप ने अपना एक नया नोटिफिकेशन जारी किया है, जिसमें उपयोगकर्ताओं से व्हाट्सएप की न्यू टर्म्स एंड प्राइवेसी पॉलिसी में बदलावों को स्वीकार करने के लिए कहा गया है। 8 फरवरी 2021 तक ऐसा न करने पर उपयोगकर्ता के व्हाट्सएप अकाउंट को हटा दिया जाएगा। इस नोटिफिकेशन के मुताबिक अब व्हाट्सएप लोगों के डेटा को फेसबुक के साथ शेयर करेगा। व्हाट्सएप और फेसबुक एक ही कंपनी के हैं और यहां डेटा का मतलब है, लोगों के फोन नंबर, लोगों के कांटेक्ट और व्हाट्सएप स्टेटस जैसी तमाम जानकारियां। ये डेटा व्हाट्सएप अब फेसबुक के साथ शेयर करेगा और यदि किसी को ये शर्त स्वीकार न हो तो वह अपने व्हाट्सएप अकाउंट को डिलीट कर सकता है।
वर्ष 2021 की शुरुआत में ही व्हाट्सएप ने ये नई शर्तें लागू कर दी हैं किंतु 2009 में जब व्हाट्सएप लांच हुआ था तो उसने अपनी सारी सेवाएं फ्री में देने का लालच दिया था। उसने लोगों के मैसेजेज और डेटा को प्राइवेट रखने का वादा किया था। अब दुनिया का हर तीसरा व्यक्ति व्हाट्सएप का इस्तेमाल कर रहा है। व्हाट्सएप पर करोड़ों लोगों के इस डेटा भंडार से फेसबुक का बिजनेस और बढ़ेगा तथा फेसबुक का और विस्तार होगा।
भारत में करीब 40 करोड़ लोग अपने पर्सनल और प्रोफेशनल जीवन में व्हाट्सएप का इस्तेमाल करते हैं। अब तो अदालतों और पुलिस के नोटिस तक व्हाट्सएप में भेजे जा रहे हैं और कानून ने इसे स्वीकार भी कर लिया है।
लोगों की अनुमति मिलने के बाद उनके मोबाइल फोन नंबर, उनके एड्रेस बुक के सभी कांटेक्ट व्हाट्सएप के पास होंगे। लोगों का स्टेटस मैसेज भी व्हाट्सएप देख पाएगा। उनके बैंक बैलेंस की जानकारी भी व्हाट्सएप के पास होगी। व्हाट्सएप पेमेंट सर्विस की मदद से कोई व्यक्ति अपना पैसा जहां भी खर्च करेगा उसकी एक-एक जानकारी व्हाट्सएप के पास होगी। अब व्हाट्सएप की पेमेंट सर्विस आ चुकी है। आगे चलकर देश की बड़ी कंपनियां पेमेंट के लिए व्हाट्सएप का ही इस्तेमाल करेंगी और तब व्हाट्सएप के पास लोगों की फाइनेंस व बैंकों से जुड़ी सारी महत्वपूर्ण जानकारियां होंगी।
व्हाट्सएप के पास लोगों के घर और ऑफिस तक का पता होगा क्योंकि किसी भी व्यक्ति के मोबाइल से उसके लोकेशन का पता चल जाएगा। कोई भी व्यक्ति कहां शॉपिंग करता है, कहां पार्टी करता है, कहां छुट्टियां बिताता है, किस रेस्टोरेंट या होटल में खाना खाने जाता है, कौन-सा मोबाइल फोन इस्तेमाल करता है तथा उसके दोस्तों आदि की पूरी जानकारी व्हाट्सएप के पास होगी। किसी भी व्यक्ति के फोटोज़ और वीडियोज़ को व्हाट्सएप ज्यादा समय तक अपने सर्वर पर रख पाएगा।
किसी व्यक्ति के मैसेजेज़ को सीधे पढ़ा नहीं जाएगा, यह वादा व्हाट्सएप अभी भी कर रहा है किंतु कोई व्यक्ति किससे बातें करता है, किसे मैसेज भेजता है, किस व्हाट्सएप ग्रुप में ज्यादा एक्टिव है, इस बात की जानकारी अभीतक केवल उस व्यक्ति को पता होती थी किंतु अब व्हाट्सएप भी इस बात का पता लगा सकता है।
अब व्हाट्सएप बिजनेस अकाउंट पर भी नजर रखेगा। उनके जरिए लोगों तक पहुंचने वाले डेटा को रिकॉर्ड करेगा और उन सभी जानकारियों की मदद से लोगों की प्रोफाइल बनाई जाएगी। व्हाट्सएप से यह सारा डेटा फेसबुक के पास जाएगा। फेसबुक जैसी बड़ी कंपनियों ने करोड़ों लोगों के डेटा को एकत्र करने के लिए बड़े-बड़े डेटा सेंटर बनाए हुए हैं। फेसबुक इस डेटा को दूसरी कंपनियों के साथ शेयर करके उनसे पैसा कमाएगा। देश और दुनिया में ऐसी कई कंपनियां हैं जो लोगों के बारे में, उनकी आदतों के बारे में और उनकी सोच के बारे में जानना चाहती हैं। कोई व्यक्ति क्या खरीदना चाहता है, क्या सर्च कर रहा है, इस आधार पर डेटा ट्रैकिंग की मदद से उससे संबंधित विज्ञापन उसे डिजिटल वर्ल्ड में दिखाए जाते हैं। कंपनियां इस मनोविज्ञान को लेकर चलती हैं कि यदि एक ही विज्ञापन किसी को बार-बार दिखाया जाएगा तो एक न एक दिन वह व्यक्ति उसे खरीद ही लेगा।
तात्पर्य यह है कि व्हाट्सएप अब फ्री मैसेजिंग सर्विस नहीं रहा। कोई भी एप यदि फ्री सर्विस देने का वादा करता है तो यह झूठ ही है क्योंकि हम इन एपों को फ्री सर्विस के बदले में अपना बहुमूल्य डेटा दे रहे हैं, फायदे में तो ये कंपनियां ही रहती हैं।
डेटा को दुनिया में नया ऑयल माना जाता है। यह एक ऐसा प्रोडक्ट है जिसकी मांग लगातार बढ़ रही है। इस मांग को पूरा करने के लिए वर्ष 2014 में फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने 1 लाख 39 हजार रुपए में व्हाट्सएप को खरीदा था, तब ऐसा समझा जा रहा था कि फेसबुक ने इस डील पर बहुत अधिक पैसा खर्च कर दिया है, किंतु मार्क जुकरबर्ग के पास इस डील से पैसा कमाने की एक दूरदर्शी योजना थी। जुकरबर्ग व्हाट्सएप को खरीदने के दो वर्षों के बाद ही इसके डेटा को बेचकर पैसा कमाना चाहते थे, तब इसका विरोध करते हुए व्हाट्सएप के संस्थापकों ने इस कंपनी से इस्तीफा दे दिया था। फेसबुक की 99% कमाई डिजिटल विज्ञापनों से होती है और वर्ष 2019 में फेसबुक की कमाई 5 लाख 21हजार करोड़ रुपए थी। व्हाट्सएप से दुनिया के 200 करोड़ लोगों का डेटा मिलने के बाद फेसबुक का बिजनेस दिन दूना रात चौगुना तरक्की कर रहा है। फेसबुक का नेटवर्क 10 लाख करोड़ रुपए से भी ज्यादा है।
भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला सोशल मीडिया एप फेसबुक है, लोग अपनी पर्सनल जानकारी या डेटा फेसबुक पर शेयर करते हैं और फेसबुक इस डेटा को दूसरे एप्स के साथ शेयर कर सकता है। इस तरह से यदि व्हाट्सएप का डेटा फेसबुक में शेयर होगा तो व्यक्ति की सारी प्राइवेसी समाप्त हो जाएगी।
(लेखिका स्वतंत्र टिप्पणीकार हैं।)
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