राजौरी: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के बधाल गांव में तीन परिवारों के 17 लोगों की रहस्यमयी मौत और एक शख्स की हालत गंभीर होने के बाद इलाके में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं इस पूरे मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने गुरुवार (23 जनवरी, 2025) को बताया कि 17 लोगों की मौत के पीछे किसी प्रकार का कोई संक्रमण नहीं है बल्कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि इन लोगों की मौत विषैले पदार्थ से हुई है.
रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि इस विषैले पदार्थ की पहचान के लिए जांच की जा रही है. वहीं इसके पीछे किसी प्रकार का कोई षड्यंत्र सामने आता है तो उचित कार्रवाई भी की जाएगी. लखनऊ में सीएसआईआर प्रयोगशाला में की गई प्रारंभिक जांच के मुताबिक, ये कोई संक्रमण, वायरल या बैक्टीरियल प्रकृति का नहीं है. इसमें विष पाया गया है. वह बोले कि अब ये पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि ये किस तरह का विष है. इसकी सभी एंगल से जांच की जा रही है.
जम्मू – कश्मीर के राजौरी जिले में हुई ये रहस्यमयी मौतें 7 दिसंबर, 2024 से 10 जनवरी 2025 के बीच में हुई है. यानी की मौत का तांडव कुल 50 दिनों की अवधि में हुआ है. मौत की इन घटनाओं के बाद अधिकारियों की ओर से तुरंत कार्रवाई की गई और पूरे इलाकों को कंटेनमेंट जोन बना दिया गया. जिन परिवार के लोगों की मौत हुई है उनके चार और करीबी रिश्तेदार भी अस्पताल में एडमिट किए गए हैं. बताया जा रहा है कि उनकी हालत भी गंभीर बनी हुई है.
इन मौतों के कारणों का पता लगाने कि लिए 11 लोगों की अंतर मंत्रालयी टीम बनाई गई है. यह टीम बीते रविवार (19 जनवरी, 2025) को राजौरी पहुंची. वहीं एक दिन पहले जम्मू के अस्पताल में एक लड़की की भी बीमारी के कारण मौत हो गई थी. लड़की की मौत के बाद मरने वालों की संख्या 17 हो गई. बीमार होने वालों में बुखार, मतली, बेहोशी और सिर दर्द जैसे लक्षण दिखे थे.
जीएमसी राजौरी में सीनियर पैनडेमिक साइंटिस्ट और सामुदायिक चिकित्सा विभाग के प्रमुख डॉ. के मुताबिक, 17 लोगों की मौतें किसी संक्रामक बीमारी के कारण नहीं हुई है. उन्होंने बताया कि 200 से ज्यादा खाने के सैंपल लैब में भेजे गए हैं. कादरी ने उम्मीद जताई है कि कुछ दिनों में इन मौतों को नियंत्रित करने की स्थिति में होंगे.
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