नई दिल्ली (New Delhi)। लूज मोशन (loose motion) को ही पेट झड़ना या दस्त भी कहते हैं। ये समस्या भी आम तौर पर खाने में अनियमितता या अन्य किसी वजह से कई लोगों को परेशान करती है। इस बीमारी में शौच एकदम पतला होने लगता है। इसमें आपको बार-बार शौच (defecate) जाना पड़ सकता है। इसके साथ ही आपको पेट में मारोड़, दर्द या ऐंठन जैसा भी महसूस हो सकता है।
लूज मोशन कई बार कमजोरी और थकान लाती है। हर बार लूज मोशन फूड प्वाइजनिंग हो ऐसा जरूरी नहीं। कई बार घर के खाने को ज्यादा खाने या स्पाइसी, बहुत तेल में तला, गरिष्ठ खाना खाने की वजह से भी डाइजेशन बिगड़ जाता है और लूज मोशन होने लगते हैं। अगर लूज मोशन साधारण हो तो दवा खाने से पहले इस डॉक्टर की बात जरूर सुन लें।
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डॉक्टर ने बताया लूज मोशन में कब दवा खाना है सही
इंस्टाग्राम पर कई सारे डॉक्टर एडवाइज देते नजर आते हैं। इन्हीं में से एक डॉक्टर सुगंधा ने रील्स के जरिए शेयर किया है कि लूज मोशन होने पर फौरन दवा खाना ठीक नही है। वीडियो में वो बताती हैं कि लूज मोशन अगर स्मेली और झागदार हो तो एक से दो लूज मोशन होने पर दवा नहीं खानी चाहिए। बल्कि बॉडी को थोड़ा डिटॉक्स हो जाने के बाद ही दवा लेने की जरूरत हो तो लेना चाहिए।
बॉडी खुद को करती है डिटॉक्स
बॉडी में जब भी बहुत ज्यादा टॉक्सिंस इकट्ठा हो जाते हैं तो उन्हें बाहर निकालने के लिए वो रिएक्ट करती है। नतीजा कई बार लूज मोशन यानी दस्त होने लगते हैं। ऐसे में केमिस्ट के पास से दवा लेकर तुरंत खाने से दस्त बंद हो जाते हैं और बॉडी से वो टॉक्सिंस बाहर नहीं निकल पाते हैं। बॉडी को एक से दो बार में पूरी तरह से डिटॉक्स हो जाने के बाद ही दवा की जरूरत होने पर दवा लें।
क्या करें लूज मोशन होने पर
जब भी दस्त या लूज मोशन हो तो ऐसे में शरीर को हाइड्रेट करें और ओआरएस का घोल पिएं। इसके अलावा कुछ देसी तरीके जैसे चावल का मांड़ पीने से भी शरीर को ताकत मिलती है और दस्त को रोकना आसान हो जाता है।