भोपाल। गरीबों की सेवा में जो आनंद आता है उस आनंद की अनुभूति कमलनाथ जैसे नेता नहीं जान सकते। वे तो सेठ हैं, उद्योगपति हैं, वे क्या जानें गरीबों का दुख-दर्द और उनकी मुसीबतें क्या होती हैं। कमलनाथ ने कभी गरीबी नहीं देखी, कभी गांव नहीं देखे, वे तो सिर्फ आसमान में ही देखकर चलते हैं। गरीबों के दुख-दर्द को बांटने और उनकी सेवा का संकल्प लेकर ही हम राजनीति में आए और अब उनकी सेवा में दिन-रात लगे हुए हैं। भारतीय जनता पार्टी की सरकार का लक्ष्य ही गरीबों की सेवा है। ये बातें मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अनूपपुर विधानसभा के फुनगा में आयोजिन जनसभा में कही। मुख्यमंत्री ने बड़ामलहरा एवं सांची में भी जनसभाओं को संबोधित किया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री श्री प्रहलाद पटेल एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सुश्री उमाभारती भी मौजूद रहीं।
कभी नालायक, कभी नंगा-भूखा और अब कमीने
श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस के एक नेता दिल्ली से आए और उन्होंने मुझे एक नया नाम दिया कि शिवराज सिंह तो कमीने हैं। कांग्रेस के एक नेता ने कहा था कि मैं तो नंगा-भूखा हूं। कमलनाथ कह रहे हैं कि शिवराज सिंह तो नालायक हैं। कांग्रेस के लोग मुझे रोज नए-नए नाम दे रहे हैं, गालियां दे रहे हैं, लेकिन मुझे इनकी गालियों से कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं तो अपने प्रदेश की जनता का सेवक हूं और उनकी सेवा में दिन-रात लगा रहूंगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कमलनाथ आपको घमंड होगा, आप सेठ हो, उद्योगपति हो, लेकिन मैं तो नंगा-भूखा, नालायक और कमीना ही अच्छा हूं। कांग्रेस के पास चुनाव में कोई मुद्दे तो है नहीं, उनके पास तो यही मुद्दे हैं। कांग्रेस के पास कोई एजेंडा नहीं है। वे तो सिर्फ हमें कोसते रहेंगे। पहले सरकार में आए जब भी कोस रहे थे कि भाजपा सरकार ने खजाना खाली कर दिया, लेकिन हम क्या ओरंगजेब थे, जो खजाना लूट ले गए। इनके पास विकास कार्य कराने की इच्छाशक्ति नहीं थी। हमने भी सरकार में आते ही विकास कार्यों को शुरू किया और विकास कार्यों के लिए हमारे पास धन की कोई कमी नहीं है और न ही आने देंगे। चाहे कुछ हो जाए, विकास कार्य इसी गति से चलते रहेंगे।
लोकतंत्र को अपमानित किया
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने सवा साल में मध्यप्रदेश को तबाह और बर्बाद कर दिया। वल्लभ भवन को दलालों का अड्डा बना दिया था। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने महापाप किया, बड़े पदों की बोलियां लगती थी। कमलनाथ के पास उनके मंत्री-विधायकों से मिलने का समय नहीं होता था और कोई दलाल या बड़ा उद्योगपति आ जाता था तो द्वार खुल जाता था। मुख्यमंत्री ने कहा कि कमलनाथ-कांग्रेस ने लोकतंत्र को अपमानित करने का काम किया है। लोकतंत्र में जनता ही भगवान होती है, लेकिन कमलनाथ ने प्रदेश की जनता के लिए कुछ नहीं किया, इन्होंने तो अपना घर ही भरा है। कमलनाथ की दृष्टि ही विकास की नहीं थी, उनकी दृष्टि धन कमाने की थी। उनके पास मंत्री-विधायक विकास कार्य लेकर जाते थे तो कहते रहते थे कि पैसा नहीं है, चलो…चलो…, लेकिन जब इनके ही विधायकों ने कहना शुरू किया कि कमलनाथ अब चलो…चलो… तो कमलनाथ ही कुर्सी से चले गए।
हम कुर्सी पर बोझ नहीं हैं
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हम जनता के लिए काम करते हैं, हम कुर्सी पर बोझ नहीं हैं और जिस काम से जनता की जिंदगी बदली है वही हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि हम जनता को झुककर प्रणाम करते हैं तो वे कहते हैं कि शिवराज सिंह ने तो जनता के सामने घूटने ही टेक दिए हैं। यही उनकी सोच है। वे विकास के नहीं विनाश के पक्षधर हैं, इसीलिए उन्होंने मध्यप्रदेश को विनाश की तरफ धकेला है। उन्होंने कहा कि केंद्र में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने किसान सम्मान निधि के 6 हजार रूपए देना शुरू किया तो कमलनाथ सरकार ने किसानों की सूची नहीं भेजी। लाखों किसान सम्मान निधि से वंचित हो गए, लेकिन हमने सरकार में आते ही 77 लाख किसानों के नाम सूची में जोड़े हैं और अब प्रदेश के सभी किसानों को 4 हजार रूपए मिलाकर उनको प्रति वर्ष 10 हजार रूपए सम्मान निधि दी जाएगी।
इनकी सोच ही विनाश की थी
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी प्रदेश में विकास को महत्व नहीं दिया। इन्होंने तो हमेशा विनाश करने का ही काम किया है। 2003 से पहले प्रदेश में बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य सुविधाएं चौपट थीं। मध्यप्रदेश में अंधेर नगरी-चौपट राजा का राज था। 2003 के बाद भाजपा की सरकार बनी तो विकास का पहिया घूमा और हमने 15 वर्षों में मध्यप्रदेश को विनाशकारी प्रदेश से विकासशील मध्यप्रदेश बनाया। उन्होंने कहा कि अब इस विकास की गति कभी रूकेगी नहीं। हमारा सरकार में आने का लक्ष्य ही प्रदेश के हर गरीब का विकास करना है, उसकी जिंदगी बदलना है।
भाजपा के विजय रथ को कोई नहीं रोक सकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2003 में हमारी दीदी सुश्री उमाभारती ने भारतीय जनता पार्टी का जो विजय रथ शुरू किया था वह विजय रथ कोई नहीं रोक सकता। उस विजय रथ को लगातार आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं की पार्टी है और कार्यकर्ताओं का मान, सम्मान, अभिमान कभी कम नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस उपचुनाव में भी भाजपा का विजयी रथ को रूकने नहीं देना है। कांग्रेस भाजपा को गाली दे रही है, मुझे गाली दे रही है, लेकिन यह अपमान सिर्फ भाजपा और मेरा ही नहीं पूरी पार्टी का अपमान है।
विकास के रिकार्ड बना रही केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकारः प्रहलाद पटेल
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने बड़ामलहरा विधानसभा में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा कि चाहे केंद्र की मोदी सरकार हो या फिर मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार। दोनों ने ही विकास के रिकार्ड कायम किए हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जो भी वादे विकास के किए थे उनको पूरा किया है तो अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो गया है। कश्मीर से धारा 370 हट चुकी है। आज प्रदेश के हर गरीब के पास पक्का मकान हो गया है तो अब किसानों को सम्मान निधि भी मिलना शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकारों में कांग्रेसियों का ही विकास होता था, लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने देश-प्रदेश के विकास के साथ ही यहां रहने वाले लोगों की भी चिंता की है, परवाह की है। केंद्रीय मंत्री श्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि 15 माह प्रदेश में भाजपा की सरकार नहीं थी तो यहां के विकास कार्य ही रूक गए थे। कांग्रेस के मुख्यमंत्री के पास कोई विकास कार्यों के लिए जाता था तो वे खजाना खाली होने का बहाना बनाते थे, लेकिन भाजपा सरकार बनते ही विकास कार्यों की झड़ी लग गई। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने हर वर्ग के लोगों का ध्यान रखा है। चाहे गरीब हो, किसान हो, माता-बहन और बेटी हो या फिर युवा हो, सबके लिए योजनाएं शुरू कीं और उनका लाभ लोगों तक पहुंचाया।
हमारा लक्ष्य सबका साथ-सबका विकास
केंद्रीय मंत्री पटेल ने कहा कि हमारा लक्ष्य ही सबका साथ-सबका विकास करना है। भारतीय जनता पार्टी की सरकारें अपने इस लक्ष्य के लिए दिन-रात काम में जुटी हुई हैं। प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जनता की भलाई के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने संबल जैसी योजना बनाकर प्रदेश के हर गरीब का दुख-दर्द जाना है और उसको मदद पहुंचाई है। अंतिम संस्कार के लिए भी पांच हजार रूपए की मदद दी है तो किसी गरीब की मौत पर उसको 4 लाख रूपए की आर्थिक सहायता देने का काम किया है, इसलिए इस बार भी कोई गलती न हो जाए। इस बार का वोट कमल के फूल पर ही देना है।
जब हम हारे तो हमारी खूबियां जनता को याद आईः उमा भारती
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुश्री उमा भारती ने कहा कि जब 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने ज्यादा सीट जीतकर निर्दलीय विधायकों के साथ सरकार बनाई तो जनता को लगा था कि उनका कुछ भला होगा, लेकिन 15 माह तक कुछ नहीं मिला। जनता परेशान रही, त्रस्त रही तो उन्हें भारतीय जनता पार्टी की सरकार की खूबियां याद आईं। मध्यप्रदेश में 2003 से पहले भी मिस्टर बंटाढार का राज था। उस समय भी जनता त्रस्त थीं, परेशान थीं, लेकिन 2003 में हमने सरकार बनाई। मुझे कुछ समय बाद मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटना पड़ा, लेकिन जिस तपस्या से मैंने सरकार बनाई थी उसी तपस्या के साथ में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सरकार को चलाया है। सुश्री उमा भारती ने कहा कि अब मध्यप्रदेश में 15-20 साल तक भाजपा की सरकार रहेगी और यही स्थिति केंद्र में भी रहेगी। वहां भी हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी अगले 15-20 साल तक प्रधानमंत्री रहेंगे। उन्होंने कहा कि जिस तरह से मध्यप्रदेश में श्री शिवराज सिंह चौहान ने सरकार चलाई और विकास कार्यों को किया वह कोई नहीं कर सकता था। यही विकास की सोच आज मध्यप्रदेश को अलग पहचान दिलाए हुए हैं।
लोकतंत्र में जनता ही सर्वोपरि
सुश्री उमा भारती ने कहा कि लोकतंत्र में जनता ही सर्वोपरि है। जनता चाहे तो अर्श पर पहुंचा दे और जनता चाहे तो फर्श पर लाकर खड़ा कर देती है। उन्होंने कहा कि जब 2018 में मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी तो उनके नेताओं को ही विश्वास नहीं हुआ कि वे मुख्यमंत्री बन गए हैं, क्योंकि प्रदेश में हल्ला यही था कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ही होंगे, लेकिन दुर्भाग्य से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन गई। हालांकि चुनाव में वोट प्रतिशत भाजपा का ज्यादा था, लेकिन हमारी कुछ सीटें कम रह गईं। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस की सरकार बनी तो कमलनाथ को मुख्यमंत्री बना दिया गया। चुनाव से पहले उन्होंने जनता को वचन तो इतने दे दिए कि बाद वे उनके लिए मुसीबत बन गए, क्योंकि कांग्रेस को उम्मीद तो थी नहीं कि उनकी सरकार बनेगी, इसलिए हर व्यक्ति से वादे पर वादे कर लिए और जब पूरा करने की बारी आई तो अपने वादों से ही मुकर गए। सुश्री उमाभारती ने कहा कि कांग्रेस के मंत्री-विधायकों का जनता के बीच जाना ही मुश्किल हो गया था। वे जनता के बीच जाते थे तो उनके पास जबाव ही नहीं होता था। विधायकों को जनता घेर लेती है तो वे क्या करें, क्योंकि कमलनाथ ने उनके क्षेत्रों में कुछ कराया ही नहीं। उन्होंने कहा कि इसीलिए कांग्रेस के मंत्री-विधायकों ने कमलनाथ की सरकार को गिरा दिया, ताकि वे जनता के सामने जाने लायक स्थिति में रहें।
विधायक तोड़ने का काम कांग्रेस ने शुरू किया, खत्म भाजपा ने कर दियाः गोपाल भार्गव
वरिष्ठ मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि जब मैं नेता प्रतिपक्ष था तो कांग्रेस हमारे दो विधायकों को तोड़ने के लिए लगी रही, लेकिन सफल नहीं हुई। विधायकों को तोड़ने की शुरूआत तो कांग्रेस ने की थी, लेकिन इसका अंत हमने कर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में जब विधायक इनके मुख्यमंत्री से मिलने के लिए जाते थे तो उनके पास समय नहीं होता था, लेकिन हीरो-हीराइनों से मिलने के लिए इनके पास समय था। वे प्रदेश में आईफा अवार्ड कराने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन विकास कार्यों के लिए पैसे नहीं थे। उन्होंने कहा कि इस बार ऐसे विधायक को चुनना है, जिसके पास अनुभव हो, जिसे मंत्रालय की सीढ़ियां पता हो, विधानसभा पता हो, लेकिन ऐसा विधायक नहीं चुनना है, जिसने कभी वल्लभ भवन नहीं देखा, विधानसभा नहीं देखी। उन्होंने कहा कि इस बार ऐसी गलती नहीं होनी चाहिए। विधायक सरकार का चुनना है, जो विकास कार्य कराएं, योजनाओं का लाभ दिलाएं।
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