नई दिल्ली। भारत में इन दिनों क्लबहाउस(clubhouse) की चर्चा है। मध्यप्रदेश कांग्रेस (Madhya Pradesh Congress) के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने कहा कि कांग्रेस सरकार (Congress government) आने के बाद जम्मू-कश्मीर में धारा 370 (Article 370 in Jammu and Kashmir) की वापसी पर विचार किया जाएगा। यह बात उन्होंने कहीं और नहीं, बल्कि क्लबहाउस पर एक पाकिस्तानी पत्रकार को जवाब देते हुए कहा। अब ये सवाल उठता है कि आखिर ये क्लबहाउस(clubhouse) है क्या। इसका इस्तेमाल (use) कैसे किया जाता है? दरअसल, क्लबहाउस एक सोशल मीडिया ऐप (social media app) है। क्लबहाउस सिर्फ ऑडियो फॉर्मेट (audio format) में काम करता है। मतलब यहां लोग अपनी आवाज के जरिए एक-दूसरे से बात करते हैं। हालांकि, यहां सीमा तय नहीं है। जैसे आपके फोन पर कॉन्फ्रेंस (phone conference) करने के लिए लोगों को जोड़ने की एक तय सीमा है। लेकिन यहां इस मामले में फायदा मिलता है।
दूसरों से कैसे है अलग?
ये दूसरों से कैसे अलग है। दरअसल, यहां मॉडरेटर (moderator) की भूमिका अहम होती है। वह एक रूम क्रिएट करता है। जिसके बाद उसकी मर्जी के बिना कोई जुड़ नहीं सकता है। यहां तक कि कौन बोलेगा, यह भी मॉडरेटर (moderator) ही तय करता है। जब किसी को बोलने की इच्छा होती है, तो वह मॉडरेटर (moderator) को हैलो बोलता है। स्क्रीन पर उसकी फोटो के सामने ये दिखाई देता है। ऐसे में अगर मॉडरेटर (moderator) को लगता है कि इस वक्त बोलना जरूरी है, तो वह उसे एक्सेस (Access) देता है। ऐसा करने से बातचीत के दौरान बेवजह का शोर नहीं होता है और सभी लोगों को अपना पक्ष रखने का मौका मिल पाता है।
ऐसे अधिक लोगों तक पहुंचा क्लबहाउस
एक रिपोर्ट के मुताबिक, इसके फेसम होने की शुरुआत जनवरी 2021 में हुई। एक शो के दौरान इस प्लेटफॉर्म पर फेमस बिजनेस मैन और टेस्ला-स्पेस एक्स के मालिक एलन मस्क बोलने आए। इस दौरान जनता का हुजूम इस ऐप पर टूट पड़ा। यही नहीं फेसबुक के संस्थापक मॉर्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) भी एक शो के दौरान इस ऐप(APP) पर आए। हालांकि, तब भीड़ की वजह से ऐप के सर्वर में दिक्कत आ गई थी। फरवरी आते-आते ऐप (APP) को डाउनलोड करने वालों की संख्या 2 मिलियन पार कर गई।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved