डेस्क: रक्षाबंधन का पर्व हर साल सावन महीने में शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है. इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और उसके स्वास्थ्य और सुखी जीवन की कामना करती है. वहीं, भाई अपनी बहन को तोहफा देकर उनकी रक्षा का वचन देता है.
हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल रक्षाबंधन (Rakshabandhan) का पर्व गुरुवार 11 अगस्त 2022 की शाम से आरम्भ होकर शुक्रवार 12 अगस्त 2022 को सुबह तक चलेगा. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रक्षाबंधन पर कुछ बातों का ध्यान रखना होता है, जैसे राखी बांधने का शुभ मुहूर्त. आइये जानते हैं पंडित इंद्रमणि घनस्याल से रक्षा बंधन से जुड़ी कुछ रोचक बातें.
तीन गांठें लगाना शुभ
रक्षाबंधन पर जब बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है तो रक्षा सूत्र पर तीन गांठें लगाती हैं. धार्मिक मान्यता के अनुसार, राखी बांधते समय तीन गांठें लगाना शुभ माना जाता है क्योंकि तीन गांठ का संबंध त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु और महेश से है.
कहा जाता है राखी की पहली गांठ भाई की लंबी आयु के लिए, दूसरी गांठ स्वयं की लंबी आयु के लिए, तीसरी गांठ भाई बहन के रिश्ते में मिठास लाने और सुरक्षित रखने के लिए बांधी जाती है. ऐसे में राखी बांधते समय तीन गांठें लगाना शुभ होता है.
राखी का शुभ मुहूर्त और समय
ज्योतिषाचार्य गुरुवार 11 अगस्त, 2022 को सुबह 09:35 बजे से पूर्णिमा आरम्भ हो रही है किन्तु भद्रा से युक्त है. ज्योतिष के सिद्धांत ‘शुभकरं पुच्छं एवम् वासरे शुभकारी रात्रौ’ के अनुसार गुरुवार को शाम 05:40 के बाद रखी बांधने का शुभ योग बनेगा.
12 अगस्त, 2022 को भद्रा नहीं है किंतु पूर्णिमा तिथि सुबह 07:16 बजे तक ही है. अतः इस दिन भी रक्षाबंन मनाया जाएगा. धार्मिक मान्यता के अनुसार राखी बांधते समय भाई का मुख पूर्व की ओर तथा बहन का मुख पश्चिम की ओर होना चाहिए.
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