नई दिल्ली: यूक्रेन के शहर बूचा में हुए नरसंहार ने पूरी दुनिया को दहला दिया है. जर्मनी (Germany) की एक मैग्जीन ने दावा किया है कि इस नरसंहार को रूस के वेगनर ग्रुप ने अंजाम दिया है. यही वजह है कि वेगनर ग्रुप चर्चा में आ गया है. वेगनर ग्रुप (Wegner Group) एक रूस की एक प्राइवेट मिलिट्री कंपनी (private military company) है, जिसे रूस ने पूर्वी यूक्रेन में तैनात किया हुआ है.
वेगनर ग्रुप अपनी बर्बरता के लिए जाना जाता है जिसमें पूर्व सैनिकों को शामिल किया जाता है. बूचा नरसंहार के चलते ही रूस को संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार संगठन से बाहर कर दिया गया है. रूस आर्मी के पूर्व अफसर दिमित्री उतकिन (Dmitry Utkin) ने वेगनर ग्रुप की शुरुआत की थी. दिमित्री रूस की खूफिया विंग GRU का हिस्सा रहा है. जब साल 2014 में रूस ने क्रीमिया पर कब्जा किया था, उस वक्त पहली बार वेगनर ग्रुप का नाम सामने आया था.
रूस की खूफिया एजेंसी GRU द्वारा ही वेगनर ग्रुप को फंडिंग की जाती है. बीबीसी का कहना है कि दिमित्री उतकिन का रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (President Vladimir Putin) के सहयोगी येवगेनी प्रिगोजिन के साथ लिंक है.येवगेनी प्रिगोजिन पर साल 2015 में सीरिया युद्ध के दौरान भी युद्ध अपराध करने का आरोप है. इसके अलावा साल 2016 में लीबिया में भी वेगनर ग्रुप सक्रिय था.
हालांकि रूस वेगनर ग्रुप के अस्तित्व को ही नकारता आया है. हालांकि कई खोजी रिपोर्ट्स में वेगनर ग्रुप को सच्चाई बताया गया है और बताया जाता है कि इसके सदस्य बेहद खूंखार होते हैं और हिंसा, लूटपाट और हत्या जैसी घटनाओं में शामिल रहते हैं. वेगनर ग्रुप ही सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक में हीरों की खदानों की सुरक्षा करता है और सूडान में सोने की खान की सुरक्षा में भी वेगनर ग्रुप तैनात है. सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि वेगनर ग्रुप में 5000 के करीब लड़ाके हैं, जो दुनिया के कई देशों में एक्टिव हैं. बता दें कि बूचा में जगह-जगह लोगों की लाश मिली है, जिनके हाथ बंधे हुए हैं और उन्हें गोली मारी गई है. शहर में जगह-जगह डेड बॉडीज दिखाई दी. रिपोर्ट्स के अनुसार, बूचा नरसंहार के पीछे वेगनर ग्रुप की अहम भूमिका बताई जा रही है.
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