क्या आप जानतें हैं? खराब दिनचर्या व गलत खानपान से कई प्रकार की बीमारियों का शिकार हो सकतें हैं । और आज के इस आाधुनिक युग में डायबिटीज और मोटापा से लोग अधिक परेशान हैं। मधुमेह में रक्त में शर्करा स्तर बढ़ जाता है। साथ ही अग्नाशय से इंसुलिन हार्मोन निकलना बंद हो जाता है। डायबिटीज रोग में मीठा खाने की मनाही होती है। इसके लिए जीवनशैली के साथ-साथ खानपान पर भी ध्यान देना आवश्यक है । इसके लिए आप योग का भी सहारा ले सकते हैं। योग के कई प्रकार हैं। इनमें एक कुर्मासन है, जिसे करने से न केवल मानसिक, बल्कि शारीरिक विकार भी दूर होते हैं। इससे बल्ड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। अगर आप भी डाबिटीज के मरीज हैं और अपना बल्ड शुगर लेवल कंट्रोल करना चाहते हैं, तो रोजाना कुर्मासन कर सकतें हैं । आइए, जानते हैं कि कुर्मासन क्या है और इसे कैसे करें-
कुर्मासन क्या है
कुर्मासन दो शब्दों कुर्मा और आसन से मिलकर बना है। इसका शाब्दिक अर्थ कछुए की मुद्रा में बैठना है। इस योग को करने से मधुमेह में आराम मिलता है। पाचन तंत्र मजबूत होता है और अनिद्रा की शिकायत भी दूर होती है।
कुर्मासन कैसे करें
इसके लिए समतल भूमि पर दरी बिछा लें। अब सूर्य की ओर मुखकर पैरों को फैलाकर बैठ जाएं। इसके लिए आप लेख में संलग्न तस्वीर की मदद ले सकते हैं। अब अपने हथेलियों को पैरों के अंदर रखकर आगे की ओर झुकें। अपनी शारीरिक क्षमता के अनुसार झुकें। इसके बाद कुछ पल के लिए इस मुद्रा में रुकें। इसके बाद पुनः पहली अवस्था में आ जाएं। इस योगासन को रोजाना कम से कम दस बार जरूर करें।
कुर्मासन के फायदे
इस योग को करने से इम्यून ऑर्गन्स सही से काम करते हैं। मधुमेह के मरीजों के लिए यह फायदेमंद साबित होता है। जबकि इससे शरीर की मांसपेशियों में खिंचाव पैदा होता है। जबकि रक्त संचार सुचारू रूप से होता है। साथ ही अनिद्रा को दूर करता है। अगर आपको रात में नींद नहीं आने की समस्या है, तो सोने से पहले आप इसे कर सकते हैं।
नोट– उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं इन्हें किसी प्रोफेशनल डॉक्टर की सलाह के रूप में न समझें । कोई भी बीमारी या परेशांनी होने की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें ।
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