भुवनेश्वर। आज जगन्नाथ मंदिर (Jagannath temple) में मंगल आरती (Aarti ) नीति से पहले महाप्रभु (Mahaprabhu) को महास्नान (bath) कराया गया। मंदिर (temple) में खून (Blood) के छींटे पडऩे से ऐसा किया गया। आज सुबह मंदिर में सेवक घर की एक महिला की ऊंंगली दरवाजे में दब गई। इससे खून बहने लगा। इसके बाद करीब एक घंटे तक महाप्रभु को महास्नान कराया गया। इस दौरान भक्तों को भी अंदर जाने से रोक दिया गया।
जानकारी के मुताबिक, 5 बजकर 21 मिनट पर सिंहद्वार खुलने के बाद पहले सेवक घर की महिलाओं ने महाप्रभु के दर्शन करने के लिए मंदिर में प्रवेश किया, क्योंकि मंगल आरती के समय केवल सेवक, उनकी पत्नी या परिवार के सदस्य ही भीतरी बेढ़ा तक जाते हैं। हालंकि, आज सुबह सेवक घर की एक महिला ने जगन्नाथ मंदिर के दरवाजे के समीप हाथ रखा था तभी उसकी ऊंगली दब गई। परिणामस्वरूप भीतरी बेढ़ा के समीप धुकुड़ी द्वारा के निकट उनकी ऊंगली से खून निकल आया।
मंगल आरती से पहले कराया गया महास्नान
ऐसे में मंगल आरती से पहले नीति को रोककर करीबन एक घंटे तक महाप्रभु का महास्नान कराया गया। इस समय मंदिर में भक्तों के प्रवेश को रोक दिया गया। महास्नान के बाद गभा वेश एवं फिर मंगल आरती की गई। ऐसे में मंदिर की रीति नीति में आज देरी हुई है।
आम भक्तों के कुछ समय के लिए दर्शन पर रोक लगाए जाने के कारण मंदिर के बाहर भक्तों की भारी भीड़ जमा हो गई थी। महास्नान नीति सम्पन्न होने के बाद ही भक्तों को अंदर जाने की इजाजत दी गई।
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