नई दिल्ली: पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद अभी तक कई सख्त कदम उठाए हैं. उसने सिंधु जल संधि स्थगित करने से लेकर अटारी बॉर्डर तक को लेकर कई बड़े फैसले लिए. भारत के ये सभी फैसले बहुत ही सोच समझकर लिए गए हैं. वह इसके आगे भी बढ़ सकता था. लेकिन भारत ने ऐसा नहीं किया. भारत ने कठोर फैसले जरूर लिए, लेकिन अति नहीं की.
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद जम्मू कश्मीर ने तीन स्केच जारी किए थे. वह एनआईए के साथ मिलकर जांच भी कर रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने बिहार के मधुबनी में कहा कि जो भी गुनहगार है, उसे छोड़ा नहीं जाएगी. पीएम ने साफ संदेश दिया कि आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई होगी. हालांकि भारत ने अभी तक कुछ अहम फैसले ले लिए हैं.
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं. भारत ने पाक के खिलाफ अपना मिशन छोटा जरूर किया है, लेकिन उसे बंद नहीं किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीसीएस की बैठक में हिस्सा लिया था. इसमें सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया गया. पाकिस्तान के लोगों के लिए सार्क वीजा की सुविधा भी बंद कर दी है. भारत ने गुरुवार को पाकिस्तान के नाजनयिक को तलब भी किया था.
भारत के पास पाकिस्तान को करारा जवाब देने के कई रास्ते हैं. वह एयर स्ट्राइक कर सकता है. भारत के पास एयर स्ट्राइक करने की कई रणनीति है. भारत ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद 2019 में बालाकोट में एयरस्ट्राइक की थी. भारत 2016 की तरह स्पेशल सैन्य ऑपरेशन भी चला सकता है. इसके साथ ही एलओसी पर युद्धविराम खत्म हो सकता है. भारत के पास टारगेट करके लोगों को मारने का भी विकल्प है. लेकिन उसने अभी तक ऐसा नहीं किया है.
भारत के पास पाकिस्तान को तबाह करने के कई विकल्प हैं. लेकिन वह उन्हें इस्तेमाल करना नहीं चाहेगा. भारत पाकिस्तान को जवाब देने के लिए मिसाइल का इस्तेमाल नहीं करेगा. वह न्यूक्लियर हमला भी नहीं करेगा. इससे बड़े स्तर तबाही मच जाएगी. भारत युद्ध से भी बचेगा.
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved