मुर्शिदाबाद (Murshidabad)। पश्चिम बंगाल (West Bengal) के मुर्शिदाबाद जिले (Murshidabad district) में बुधवार को रामनवमी शोभायात्रा (Ram Navami procession) में बवाल हो गया है. वहां झड़प की खबरें सामने आई हैं. इनमें कई लोग घायल हो गए हैं. घटना बुधवार शाम शक्तिपुर इलाके (Shaktipur area) में हुई. यहां रामनवमी के मौके पर जुलूस निकाला जा रहा था. घटना के वीडियो भी सोशल मीडिया (social media) पर वायरल हो रहे हैं, जिसमें दिख रहा है कि लोग अपनी छतों से जुलूस पर पथराव कर रहे हैं।
हिंसक घटना के कारण तनाव बढ़ता देख, भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले दागने पड़े. पुलिस ने आगे कहा कि स्थिति को नियंत्रण में ले लिया गया है और क्षेत्र में अतिरिक्त बल भेजा गया है. घायल लोगों को बहरामपुर के मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ले जाया गया. बीजेपी की बंगाल इकाई ने आरोप लगाया है कि रैली पर पथराव किया गया और दुकानों में तोड़फोड़ की गई।
अधीर रंजन चौधरी ने किया दौरा
पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि, “रामनवमी पर जुलूस निकाले जाने के लिए प्रशासन अनुमति ली गई थी, पर शक्तिपुर, बेलडांगा – II ब्लॉक, मुर्शिदाबाद में उपद्रवियों ने शोभायात्रा पर हमला कर दिया. अजीब बात है, इस बार, ममता पुलिस इस भयानक हमले में उपद्रवियों के साथ शामिल हो गई. उन्होंने कहा कि, पुलिस ने आंसू गैस छोड़ी ताकि शोभायात्रा अचानक समाप्त हो जाए, राम भक्तों पर गोले दागे गए,” बहरामपुर के सांसद और कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बुधवार शाम को क्षेत्र का दौरा किया।
उन्होंने कहा, “मैं मालदा से झड़प में घायल हुए लोगों को देखने आया था. लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं ने अस्पताल में यह दावा करते हुए विरोध प्रदर्शन किया कि हिंदुओं पर हमला हो रहा है और मुझसे जवाब मांग रहे हैं. विरोध करने वालों को उन लोगों से पूछना चाहिए जिन्हें जवाब देने की जरूरत है.” उन्होंने कहा कि, “दंगे एक योजना के तहत भड़काए जा रहे हैं और भाजपा का विरोध यह साबित करता है. मैंने चुनाव आयोग से बात की है. शक्तिपुर में अतिरिक्त बल भेजे गए हैं और एसपी मौके पर हैं.’
सीएम ने दी थी दंगे भड़कने की चेतावनी
यह घटना मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा मुर्शिदाबाद में रामनवमी पर दंगे भड़कने की चेतावनी के कुछ दिनों बाद हुई है. उनकी टिप्पणी चुनाव आयोग द्वारा जिले में हिंसा और अधिकारी की कथित “पर्यवेक्षण की कमी” को लेकर मुर्शिदाबाद के पुलिस उप महानिरीक्षक को हटाने के बाद आई है. सीएम ममता ने सोमवार को कहा था कि “आज भी, सिर्फ बीजेपी के निर्देश पर मुर्शिदाबाद के DIG को बदल दिया गया. अब, अगर मुर्शिदाबाद और मालदा में दंगे होते हैं, तो जिम्मेदारी चुनाव आयोग की होगी. बीजेपी दंगे और हिंसा भड़काने के लिए पुलिस अधिकारियों को बदलना चाहती थी.” अगर एक भी दंगा होता है, तो ईसीआई जिम्मेदार होगा क्योंकि वे यहां कानून व्यवस्था की देखभाल कर रहे हैं।
क्या बोली थीं सीएम?
इससे पहले ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि रामनवमी के मौके पर राज्य में दंगे भड़काने की साजिश रची जा रही है. ममता बनर्जी ने एक चुनावी रैली में आरोप लगाया, “वे आज दंगे में शामिल होंगे. दंगा होने की संभावना है और वे दंगा करके और वोट लूटकर (चुनाव) जीतेंगे.” पिछले साल बंगाल में रामनवमी समारोह में भी हिंसा हुई थी, जिससे भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच बड़े पैमाने पर टकराव हुआ था।
जमुरिया में अचानक विस्फोट, चपेट में आया एक घर क्षतिग्रस्त
बुधवार की रात अचानक हुए संदिग्ध विस्फोट में जमुरिया के दो नंबर ब्लॉक के बगडीहा, सिद्धपुर में एक सुनसान घर का एक हिस्सा उड़ गया. रामनवमी के मौके पर हुई घटना से इलाके में हलचल मच गई. पश्चिम बर्धमान में तृणमूल कांग्रेस के जिला अध्यक्ष नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती ने दावा किया कि बीजेपी रामनवमी के बीच इलाके में शामिल होने का आरोप लगाकर दहशत फैलाने की कोशिश कर रही है. हालांकि, काजल गोराई नाम की उस महिला का कोई पता नहीं चल पाया है, जिसका घर विस्फोट की चपेट में आया था।
घटना की खबर के बाद इलाके में व्यापक अशांति फैल गयी. जमुरिया पुलिस स्टेशन और केंदा पुलिस चौकी से पुलिस जांच शुरू करने के लिए घटनास्थल पर पहुंची. बम विस्फोट के पीछे का कारण अनिश्चित बना हुआ है, जिससे अटकलें तेज हो गई हैं. जबकि TMC ने भाजपा पर आरोप लगाया है, इलाके में किसी भी भाजपा नेतृत्व द्वारा कोई बयान जारी नहीं किया गया है, इसके अलावा अभी यह भी तय नहीं हो पाया है कि बम वहां मौजूद थे या बाहर से लाए गए थे. पुलिस ने घटना की गहन जांच शुरू कर दी है।
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