कोलकाता । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री (West Bengal Chief Minister) ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) शनिवार को कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री के तौर पर (As the New Chief Minister of Karnataka) सिद्दारमैया (Siddaramaiah) के शपथ ग्रहण समारोह (Swearing-in Ceremony) में नहीं जाएंगी (Will Not Attend) । इसकी बजाय, तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सदस्य डॉ. काकोली घोष दस्तीदार इस कार्यक्रम में शामिल होंगी। पार्टी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि यह कर्नाटक चुनावों में कांग्रेस की प्रचंड जीत के बावजूद कांग्रेस से तृणमूल की बढ़ती दूरी का एक और संकेत है। संयोग से, कर्नाटक के नतीजे आने के बाद ममता बनर्जी ने लोगों को फैसले के लिए बधाई दी, लेकिन मीडियाकर्मियों द्वारा पूछे जाने पर भी कांग्रेस और राहुल गांधी पर पूरी तरह से चुप रहीं।
बाद में, उन्होंने कहा कि वह 2024 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को सशर्त समर्थन देने के लिए तैयार हैं, बशर्ते कांग्रेस पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस को भी ऐसा ही समर्थन दे । हालांकि, पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी ने उनके प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के साथ किसी भी तरह के समझौते का सवाल ही नहीं उठता है।
सिद्दारमैया के शपथ ग्रहण समारोह में ममता बनर्जी को न्योते के बारे में चौधरी ने कहा कि यह शिष्टाचार की बात है कि देश के सभी गैर-भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और सभी गैर-भाजपा पार्टी के नेताओं को आमंत्रित किया गया है। चौधरी ने कहा, इसका मतलब यह नहीं है कि कांग्रेस चुनावी परिप्रेक्ष्य में तृणमूल कांग्रेस के साथ समझौता करने जा रही है।
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