कोलकाता। पश्चिम बंगाल (West Bengal) विधानसभा (Assembly) के लिए छठे दौर (6th Phase) का चुनाव गुरुवार को हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बीच संपन्न हुआ। छठे दौर में 43 सीटों के लिए सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ। इनमें से 17 सीटें उत्तर 24 परगना की हैं जबकि नौ-नौ सीटें नादिया और उत्तर दिनाजपुर जिले की हैं। इसी चरण में पूर्वी बर्द्धमान की आठ सीटों पर भी मतदान हुआ। निर्वाचन आयोग (Election Commission) के अधिकारी के मुताबिक छठे चरण की 43 विधानसभा सीटों पर शाम पांच बजे तक 79.09 फीसदी मतदान हुआ।
वहीं तृणमूल कांग्रेस (TMC) कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि अशोक नगर सीट के तांग्रा इलाके स्थित मतदान केंद्र संख्या 79 के बाहर उसके दो कार्यकर्ता केंद्रीय बलों की गोली से उस समय घायल हो गए जब कुछ पार्टी सदस्यों ने वहां से भाजपा(BJP) प्रत्याशी तनुजा चक्रवर्ती के दौरे का विरोध किया। पुलिस ने बताया कि इसको लेकर इलाके में भाजपा(BJP) और तृणमूल कांग्रेस(TMC) कार्यकर्ताओं में झड़प हुई और दोनों तरफ से बमबारी हुई। अज्ञात लोगों ने केंद्रीय पुलिस बल को लेकर आए एक वाहन में भी तोड़फोड़ की। अशोकनगर से तृणमूल प्रत्याशी नारायण गोस्वामी ने आरोप लगाया, ‘पार्टी के मेरे दो सहयोगी उस समय घायल हो गए जब केंद्रीय बलों द्वारा चलाई गई गोली उनके पैर में लगी। दोनों का नजदीकी अस्पताल मे इलाज चल रहा है। केंद्रीय बल सही काम नहीं कर रहे हैं।’ इसके बाद निर्वाचन आयोग ने जिले में तैनात अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की और उसके आधार पर आरोपों को खारिज कर दिया। एक अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय बलों द्वारा गोली चलाने की कोई घटना नहीं हुई है। उल्लेखनीय है कि 10 अप्रैल को चौथे चरण के मतदान के दौरान कूच बिहार जिले के सीतलकुची इलाके में आत्म रक्षा में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) द्वारा चलाई गई गोली में चार लोगों की मौत हो गई थी। उत्तर दिनाजपुर के चोपड़ा इलाके में मतदान केंद्र पर बहस के बाद भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई और वहां पर गोली चलने की भी खबर है। हालांकि, दोनों पार्टियों ने बंदूक के इस्तेमाल से इनकार किया है और घटना के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय ने घटना पर स्थानीय प्रशासन से रिपोर्ट तलब की है। रायगंज में तृणमूल कांग्रेस के सूत्र ने बताया कि राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी का एक कार्यकर्ता उस समय गंभीर रूप से घायल हो गया जब कथित तौर पर भाजपा के कार्यकर्ताओं ने उस पर हमला किया लेकिन भगवा पार्टी ने इन आरोपों से इनकार किया है। उत्तर 24 परगना के बीजपुर निर्वाचन क्षेत्र में भी हिंसा की खबर है जहां पर मतदान केंद्र के बाहर तृणमूल कांग्रेस और भाजपा समर्थक आपस में भिड़ गए। खबर है कि इस घटना में तृणमूल के दो और भाजपा के तीन कार्यकर्ता घायल हुए। भाजपा ने आरोप लगाया कि नैहाटी निर्वाचन क्षेत्र के हलीसहर में स्थानीय भाजपा नेता के घर पर बम फेंका गया जिससे उनकी मां और छोटा भाई घायल हो गया। इसके लिए तृणमूल और भाजपा ने एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है। एक अन्य घटना में तृणमूल कांग्रेस का कार्यकर्ता तब घायल हो गया जब अज्ञात उपद्रवी ने उससे मारपीट की। बैरकपुर विधनसभा के तीतागढ़ इलाके में भाजपा और तृणमूल समर्थकों में झड़प में भाजपा के पांच कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए। फिल्म निर्देशन से राजनीति में आए और तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी राज चक्रवर्ती का भाजपा समर्थकों ने बैरकपुर निर्वाचन क्षेत्र में घेराव किया और मतदाताओं को प्रभावित करने का आरोप लगाया। चक्रवर्ती ने इन आरोपों से इनकार किया है। हाबड़ा विधानसभा क्षेत्र में तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं की केंद्रीय बल के जवानों से उस समय बहस हो गई जब पार्टी प्रत्याशी और राज्य सरकार में मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक इलाके के मतदान केंद्र पर आए थे। उत्तरी बंगाल के सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में गुरुवार की सुबह 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार वाले काल बैसाखी तूफान से सामान्य जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। अधिकारियों ने बताया कि ‘काल बैसाखी’ की तेज हवाओं के कारण कई पेड़ उखड़ गए, बिजली आपूर्ति आधित हुई और कई महत्वपूर्ण सड़कें अवरुद्ध हो गयीं। उन्होंने बताया कि शहर में सुबह करीब 10 बजे काले बादल छाए और तूफान के साथ हल्की बारिश हुई। उन्होंने बताया कि पेड़ उखड़ कर गिरने से हिल कार्ट रोड, सेवक रोड, एसएफ रोड और बर्दवान रोड आदि कई अवरूद्ध हो गए हैं। उन्होंने बताया कि बिजली की तारों पर पेड़ गिरने के कारण गई इलाकों में बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई है। सड़कों को खाली करने के लिए आपदा प्रबंधन टीम के कर्मचारी काम कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार काल बैसाखी तूफान से पड़ोसी जलपाईगुड़ी और अलीपुरद्वार जिलों में भी जन-जीवन प्रभावित हुआ है। दमदम उत्तर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा और तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उस समय हाथा-पाई हुई जब राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी ने भगवा पार्टी प्रत्याशी अर्चना मजूमदार का मतदान केंद्र पर आने का विरोध किया। अम्दंगा निर्वाचन क्षेत्र में पुलिस ने देसी बम बरामद किए। अधिकारियों ने बताया कि स्वतत्रं एवं पारदर्शी मतदान सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय बलों की 1,071 कंपनियों को तैनात किया गया था। 43 विधानसभा सीटों के लिए 14,480 मतदान केंद्रों पर मतदान संपन्न हुआ।