नई दिल्ली (New Delhi)। जेट स्ट्रीम हवाओं (Jet stream winds) के निचले स्तर पर आने और 26 फरवरी से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय (Fresh western disturbance active) होने के कारण पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र (Western Himalayan region) के मौसम में एक बार फिर बदलाव होगा। इसका असर मध्य और उत्तर भारत (Central and North India) में दिखाई देगा। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ की वजह से 25 और 26 फरवरी को पश्चिमी हिमालयी इलाकों के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश तथा ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने की संभावना है। यहां 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक बारिश हो सकती है। पूर्वोत्तर भारत में 145 नॉट प्रति घंटे तक की तेज रफ्तार से जेट स्ट्रीम हवाएं चल रहीं हैं। यह हवाएं समुद्र तल से लगभग 8 किमी ऊपर हैं। जेट स्ट्रीम हवाओं के कारण अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, असम और मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश तथा बर्फबारी होने की संभावना है।
26 और 27 फरवरी को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में गरज के साथ बादल बरसेंगे तथा ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने का अनुमान है। इसी अवधि में छत्तीसगढ़, विदर्भ, मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे से लेकर 50 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार के साथ तूफानी हवाएं चलेंगी और गरज के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने तथा बिजली गिरने की संभावना जताई गई है। 26 फरवरी को मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड के अलग-अलग हिस्सों में ओलावृष्टि होने के आसार हैं।
जम्मू-कश्मीर में हो सकता है वज्रपात
जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के अलग-अलग हिस्सों में 26 फरवरी को वज्रपात, गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा हिमपात की संभावना जताई गई है। उत्तर के इन राज्यों में 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश होने का अनुमान लगाया गया है।
चक्रवात होगा शक्तिशाली
मौसम विभाग के मुताबिक, एक चक्रवाती प्रसार दक्षिण तेलंगाना पर बना हुआ है और इस चक्रवाती प्रसार से एक ट्रफ रेखा दक्षिण तमिलनाडु तक जा रही है। एक अन्य चक्रवाती प्रसार दक्षिण छत्तीसगढ़ के निचले स्तरों पर जारी है। अगले कुछ दिनों के दौरान बंगाल की खाड़ी के निचले स्तरों पर उल्टे चक्रवात के और शक्तिशाली होने का अनुमान है। मौसम संबंधी इन गतिविधियों के देखते हुए मौसम विभाग ने 25 से 27 फरवरी के दौरान पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना व्यक्त की है।
तापमान में उतार चढ़ाव :
सर्द हवाओं की वजह से 26 फरवरी तक सुबह दिल्ली एनसीआर में फिर ठंड का अहसास होगा। अगले पांच दिनों के दौरान उत्तर भारत के अधिकतर हिस्सों में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है। वहीं, दक्षिण भारत में पारा चढ़ने लगा है, जिसके कारण तटीय आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और केरल में गर्म तथा नमी वाले मौसम के बने रहने की आशंका जताई गई है।
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