नई दिल्ली। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) (Meteorological Department (IMD)) ने गुरुवार को मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh Weather) के छह जिलों में ‘भारी’ से ‘बहुत भारी’ बारिश की आशंका जताते हुए ऑरेंज अलर्ट (orange alert) जारी किया है, जबकि दिल्ली के चार जिलों में इस मानसून सीजन में भारी बारिश दर्ज की गई है. मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के 17 जिलों में भारी बारिश का अनुमान जताते हुए येलो अलर्ट भी जारी किया है. अधिकारियों ने बताया कि राज्य में बारिश से जुड़ी घटनाओं में अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है।
आईएमडी भोपाल कार्यालय के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पी. के. साहा ने बताया कि प्रदेश के छह जिलों राजगढ़, शाजापुर, आगर मालवा, मंदसौर, गुना एवं अशोकनगर में आगामी 24 घंटों में भारी से अति भारी बारिश के अनुमान के मद्देनजर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. उन्होंने कहा कि इन छह जिलों में 64.5 मिलीमीटर से 204.4 मिलीमीटर तक बारिश होने का अनुमान है.
इन 17 जिलों में अलर्ट
साहा ने बताया कि इसके अलावा, प्रदेश के 17 जिलों श्योपुर, मुरैना, भिण्ड, नीमच, ग्वालियर, शिवपुरी, दतिया, विदिशा, रायसेन, सीहोर, होशंगाबाद, धार, देवास, नरसिंहपुर, टीकमगढ़, निवाडी और सागर में आगामी 24 घंटों में भारी बारिश की आशंका के मद्देनजर येलो अलर्ट जारी किया गया है. उन्होंने कहा कि इन 17 जिलों में 64.5 मिलीमीटर से 115.5 मिलीमीटर तक बारिश का अनुमान है. साहा ने बताया कि ये दोनों अलर्ट गुरुवार सुबह से शुक्रवार सुबह तक प्रभावी रहेंगे.
उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में प्रदेश के चाचौडा एवं भानपुरा में सबसे अधिक 11-11 सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गई, जबकि नटेरन, कुंभराज, सिलवानी, लटेरी एवं गंजबासौदा में नौ-नौ सेंटीमीटर, बेगमगंज, ग्यारसपुर एवं पठानी में आठ-आठ सेंटीमीटर, केसली एवं जैसीनगर में सात-सात सेंटीमीटर, रेहली, राहतगढ़, बामौरी, राघौगढ़, उदयपुरा एवं ब्यावरा में छह-छह सेंटीमीटर और गुना में पांच सेंटीमीटर बारिश हुई है.
इस बीच, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मानसून के दौरान चार जिलों में ‘बहुत अधिक’ बारिश हुई जबकि तीन जिलों में ‘अधिक बरसात’ दर्ज की गई. इस साल एक जून को मानसून सत्र शुरू होने के बाद से केवल उत्तर पूर्व दिल्ली में ‘कम’ बारिश हुई है. यहां अब तक 149.9 मिमी बरसात हुई है जबकि सामान्य तौर पर यहां 332.2 मिमी बरसात होती है.
राजधानी में अब तक 40 प्रतिशत ‘अधिक’ बरसात हुई
मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़ों के अनुसार कुल मिलाकर राजधानी में अब तक 40 प्रतिशत ‘अधिक’ बरसात हुई है. राजधानी में सामान्य तौर पर 293.4 मिमी की अपेक्षा 409.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है. देश भर में 11 जुलाई तक सबसे कम बारिश वाले जिलों की सूची में शामिल मध्य दिल्ली में 62 फीसदी अधिक बारिश हुई है. आंकड़ों के अनुसार यहां अब तक 537.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जबकि यहां लंबे समय से औसतन 332.2 मिमी बारिश होती रही है.
मौसम विभाग के आंकड़ों में कहा गया है कि उत्तर दिल्ली में 596.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है जो सामान्य से 107 फीसदी अधिक है. इसी प्रकार नयी दिल्ली में 468.4 मिमी बारिश हुई है जो सामान्य से 80 प्रतिशत अधिक है. आंकड़ों के अनुसार उत्तर पश्चिम दिल्ली में सामान्य से 70 प्रतिशत अधिक, 426.3 मिमी बारिश दर्ज की गई है जबकि दक्षिण पश्चिम दिल्ली में सामान्य से 56 फीसदी अधिक 465.8 मिमी बारिश हुई है .
जून में इस साल दिल्ली में 34.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है जबकि सामान्य तौर पर 65.5 मिमी बारिश होती है. इसी प्रकार जुलाई महीने में राजधानी में 507.1 मिमी बारिश दर्ज की गई थी जो सामान्य और औसत 210.6 मिमी से 141 प्रतिशत है. जुलाई 2003 के बाद यह अब तक की सर्वाधिक बारिश है.
राजस्थान के पूर्वी हिस्सों में हो रही लगातार भारी बारिश के कारण कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है, जिससे निपटने के लिए गुरुवार को भी राहत और बचाव अभियान जारी रहा. मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों में झालावाड़, बारां, टोंक, कोटा और बूंदी के कई इलाकों में भारी से अति भारी बारिश दर्ज की गई. झालावाड़ के अकलेरा में सबसे अधिक 154 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. विभाग के अनुसार, इस दौरान राज्य के अन्य कई इलाकों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश दर्ज की गई.
राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के कंमाडेंट पंकज चौधरी ने बताया कि प्रभावित इलाकों में गुरुवार को भी राहत और बचाव कार्य जारी रहा. उन्होंने बताया कि सवाईमाधोपुर के चाकेरी गांव में 19 ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. मौसम विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि गुरुवार सुबह से शाम तक सवाईमाधोपुर में 29.5 मिलीमीटर, कोटा में 17.2 मिलीमीटर, जयपुर में 8.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. उन्होंने बताया कि आगामी 24 घंटों के दौरान भरतपुर, धौलपुर, और करौली जिलों के एक दो स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है.
दिल्ली में हो सकती है हल्की बारिश
हरियाणा और पंजाब में गुरुवार को अधिकतम तापमान सामान्य सीमा के करीब रहा. मौसम विभाग के अनुसार चंडीगढ़ में 10 मिमी, रोहतक में (30 मिमी) और लुधियाना में (1 मिमी) बारिश हुई. हरियाणा के अंबाला में अधिकतम तापमान 31.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि हिसार में अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. दोनों राज्यों की साझा राजधानी चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
पंजाब में, अमृतसर में अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. लुधियाना में 34.2 डिग्री, पटियाला का अधिकतम 32.6 डिग्री और गुरदासपुर का 33.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. मौसम विभाग ने कहा कि दिल्ली में गुरुवार को अधिकतम तापमान 35.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से एक डिग्री अधिक है.
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