नई दिल्ली। तटीय कर्नाटक (Coastal Karnataka) और उससे सटे पूर्व-मध्य अरब सागर (East-central Arabian Sea) में बना हुआ कम दबाव का क्षेत्र (Low pressure area) पश्चिम की ओर बढ़ गया है। यह पूर्व-मध्य अरब सागर (East-central Arabian Sea) और तटीय कर्नाटक (Coastal Karnataka) पर स्थित है। इसके साथ संबंधित चक्रवातीय परिसंचरण मध्य-क्षोभमंडल तक फैला हुआ है। यह अगले 2 दिनों के दौरान पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा (West-north-west direction) की ओर बढ़ सकता है। इसके अगले 24 घंटे तक तीव्र बने रहने और उसके बाद धीरे-धीरे कमजोर होने की संभावना है। इसके कारण इलाकों में भारी बारिश के आसार बन रहे हैं।
वहीं, 7 दिसंबर की रात से एक नया पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और 8 दिसंबर से उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों को प्रभावित कर सकता है। इसके कारण पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में 7-9 दिसंबर तक हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी के आसार हैं। मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, उत्तर-पश्चिम भारत में 8 दिसंबर को कुछ क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
आईएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक, उत्तरी केरल, तमिलनाडु, तटीय कर्नाटक और लक्षद्वीप में बारिश के आसार बन रहे हैं। बारिश के बाद इन राज्यों में मौसम तेजी से बदल सकता है। उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान 10-15℃ रहने की संभावना है। वहीं, मध्य भारत, गुजरात, महाराष्ट्र और पूर्वी भारत में यह 15-20℃ रहने के आसर हैं। महाराष्ट्र में तापमान सामान्य से 5℃ अधिक रह सकता है। वहीं, असम, मेघालय और सिक्किम में तापमान सामान्य से 1-3℃ कम रहने की संभावना है।
4 डिग्री तक गिरेगा तापमान
उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत के साथ-साथ महाराष्ट्र में अगले 2 दिनों तक न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होने जा रहा है। इसके बाद 3 दिनों में 2-4℃ की गिरावट होने के आसार हैं। गुजरात में भी अगले 3 दिनों में 2-3℃ की वृद्धि और उसके बाद 3-4℃ की गिरावट की संभावना है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 3-4 दिनों के दौरान आसमान साफ रहने की संभावना है। इस दौरान सुबह और रात में धुंध लगा रहेगा।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved