नई दिल्ली (New Delhi)। जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) से लेकर पूर्वोत्तर के राज्यों (northeastern states) में भारी बारिश का कहर (Heavy rain wreaks havoc) शनिवार को जारी रहा। हिमाचल (Himachal) के कुल्लू (Kullu) में बादल फटने (Cloudburst) से 60 मीटर सड़क बह गई और ब्यास नदी (Beas River) में उफान से एक युवक बह गया। मौसम विभाग ने अभी अगले चार से पांच दिनों तक 18 राज्यों में भारी बारिश की संभावना (Heavy rain likely in 18 states) जताई है।
कुल्लू जिले के खनेरनाला में बादल फटने की घटना सामने आई। इससे खनाग-जुहड़ व टकरासी सड़क का करीब 60 मीटर हिस्सा पूरी तरह से बह गया है। कई क्षेत्रों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया। दो पेयजल योजनाएं ध्वस्त हो गई और कई गाड़ियां भी फंस गई हैं। बस सेवा पूरी तरह से ठप हो गई है। वहीं, जिले के पतलीकूहल में सब्जी मंडी के पास एक युवक ब्यास नदी में बह गया है।
सोशल मीडिया पर युवक के बहने का वीडियो वायरल हो गया है। इसके अलावा, हमीरपुर की पंचायत डिडवीं टिक्कर के पास कुनाह खड्ड में सुतराल नामक स्थान पर एक व्यक्ति का शव मिला है, जिसकी पहचान मनजीत सिंह (52) पुत्र बलदेव सिंह गांव व डाकघर गलोड़ तहसील बड़सर जिला हमीरपुर के रूप में हुई है। राज्य के कई जिलों में बारिश से भारी नुकसान की खबर है। उधर, पंजाब के पठानकोट, गुरदासपुर और अमृतसर जिले के कुछ क्षेत्रों में शनिवार को हल्की बारिश हुई। जालंधर शहर में फिर से जलभराव के कारण लोगों को परेशानी हुई। अगले तीन दिन मौसम साफ रहेगा।
गौरीकुंड में लापता लोगों की तलाश जारी
रुद्रप्रयाग जिले के गौरीकुंड में बृहस्पतिवार को हुए भूस्खलन में लापता 17 लोगों की तलाश जारी है। भारी बारिश के चलते हुए भूस्खलन में एक ढाबा और दो दुकानें बह गई थीं। इसमें 20 लोग मलबे में दब गए थे, जिनमें 16 नेपाली नागरिक बताए गए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बचाव कार्य का जायजा लेने शनिवार को मौके पर जाने वाले थे, लेकिन खराब मौसम के कारण नहीं जा पाए। इस बीच, नेपाल के विदेश मंत्री एनपी सौद ने मुख्यमंत्री से लापता नेपाली नागरिकों की तलाश तेज करने का अनुरोध किया है। शुक्रवार को तीन लोगों के शव मिले थे।
उत्तर पश्चिम से लेकर पूर्वोत्तर तक बरसेंगे मेघ
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 6 से 9 अगस्त के बीच 18 से अधिक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताते हुए यलो से ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी यूपी, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, सिक्कीम, पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, त्रिपुरा, मणिपुर, मिजोरम और गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
अच्छी बारिश से धान की बुआई में आई तेजी
मानसून की अच्छी बारिश के कारण धान की बुआई में तेजी आई है। कृषि मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, किसानों ने अब तक 23 करोड़ 70 लाख हेक्टेयर में गर्मियों में बोए गए धान की बुआई की है, जो पिछले साल इसी अवधि के मुकाबले 1.71 प्रतिशत अधिक है।
जुलाई में महत्वपूर्ण मानसूनी बारिश के तेज होने से किसानों को बुआई में तेजी लाने में मदद मिली। इससे दुनिया के दूसरे सबसे बड़े अनाज उत्पादक भारत में चावल की अधिक बुआई से मुख्य अनाज के कम उत्पादन की चिंता कम हो जाएगी। इस महीने की शुरुआत में, सरकार ने अपनी सबसे बड़ी चावल निर्यात श्रेणी को रोकने का आदेश दिया था। किसान आम तौर पर 1 जून से चावल, मक्का, कपास, सोयाबीन, गन्ना और मूंगफली सहित अन्य फसल बोना शुरू कर देते हैं। बुआई आमतौर पर जुलाई और अगस्त की शुरुआत तक चलती है। ग्रीष्मकालीन यह बारिश महत्वपूर्ण है क्योंकि देश की लगभग आधी कृषि भूमि में सिंचाई का अभाव है।
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