नई दिल्ली। नए साल (New Year) का जश्न मनाने (celebration) की तैयारियों के बीच ठंड (Cold) अपने चरम पर पहुंचती नजर आ रही है। भारत (India) के उत्तर-पश्चिमी राज्यों (North-Western States) में सर्दी ने ऐसा कहर (Winter havoc) बरपाया है कि कई शहरों में पारा माइनस में चला गया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में शीतलहर (Cold wave) के हालात को लेकर चेतावनी जारी की है। इन इलाकों में 25 और 26 दिसंबर को ठंड के और विकराल रूप लेने की संभावना है।
कश्मीर में जमा पानी, हिमाचल में कड़कड़ाती ठंड
कश्मीर घाटी में सर्दी ने लोगों का जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। श्रीनगर में मंगलवार रात का न्यूनतम तापमान -7.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो पिछले दिन के -6.6 डिग्री से भी कम है। पानी की पाइपलाइनों और जलाशयों के जम जाने से स्थानीय लोग परेशान हैं।
हिमाचल प्रदेश में भी स्थिति गंभीर है, जहां 25-26 दिसंबर को भीषण शीतलहर की संभावना जताई गई है। मनाली में तापमान -2.1 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। लाहौल और स्पीति जिले का ताबो हिमाचल प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां रात का तापमान शून्य से 10.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। पंजाब और जम्मू-कश्मीर में 25 और 26 दिसंबर को शीतलहर का अलर्ट जारी है।
देशभर में तापमान का हाल
देश के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में पारा 0 डिग्री सेल्सियस के नीचे है, जबकि हिमाचल के मैदानी इलाकों में तापमान 2-5 डिग्री सेल्सियस के बीच है। उत्तर-पश्चिम भारत और बिहार में यह 5-12 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है। पंजाब के आदमपुर में देश के मैदानी इलाकों का सबसे कम तापमान 4.0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं, सौराष्ट्र और कच्छ में तापमान सामान्य से 1-3 डिग्री सेल्सियस कम है। इसके विपरीत, मध्य और पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में तापमान सामान्य से 4-6 डिग्री सेल्सियस ऊपर है।
आने वाले दिनों का पूर्वानुमान
IMD के अनुसार, उत्तर-पश्चिम भारत में अगले दो दिनों में तापमान में डिग्री सेल्सियस की गिरावट होगी। इसके बाद धीरे-धीरे बढ़ोतरी का अनुमान है। मध्य भारत में सप्ताह के अंत तक तापमान 2-4 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। वहीं गुजरात में अगले तीन दिनों में तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी के बाद गिरावट की संभावना है। इस ठंड में नए साल की खुशी ठिठुरन में बदल सकती है। अगर आप जश्न मनाने की तैयारी कर रहे हैं, तो गर्म कपड़ों का ध्यान रखें और शीतलहर के खतरे से बचने के उपाय करें।
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