भोपाल । उत्तर भारत (Uttar Pradesh) के पहाड़ी क्षेत्रों के ऊपर एक पश्चिमी विक्षोभ बना है जिसके चलते जम्मू-कश्मीर और उत्तरी हिमाचल प्रदेश समेत लद्दाख के कुछ भागों में बारिश होने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों (Meteorologists) के मुताबिक पहाड़ी क्षेत्रों में इस वेदर सिस्टम का प्रभाव 2 फरवरी तक रहेगा और इन इलाकों में कुछ स्थानों पर रुक-रुक कर हल्की वर्षा होगी। कहीं-कहीं पर हल्की बर्फबारी की भी संभावना है। इस सिस्टम के चलते मध्य प्रदेश में इस सप्ताह बारिश का अनुमान है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि मैदानी इलाकों में चक्रवाती सिस्टम और ट्रफ के कारण हवाओं का रुख बदलेगा और एक साथ बंगाल की खाड़ी तथा अरब सागर से आर्द्र हवाओं का प्रवाह उत्तरी भारत से होते हुए मध्य प्रदेश के अधिकांश इलाकों में बढ़ जाएगा। इस कारण आने वाले दिनों में मध्य प्रदेश में बारिश की संभावना है। उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश में 5 और 6 फरवरी को गर्जना के साथ कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा होने की संभावना है।
इन जिलों में हो सकती है बारिश
मध्य प्रदेश के मुरैना (Morena), ग्वालियर (Gwalior), भिंड (Bhind), अशोकनगर (Ashoknagar), दतिया (Datia), शिवपुरी श्योपुर (Shivpuri Sheopur), सतना (Satna), रीवा (Rewa), टीकमगढ़(Tikamgarh), छतरपुर(Chhatarpur), दमोह (Damoh), पन्ना (Panna), सीधी (Sidhi), सिंगरौली (Singrauli) जिलों में 5 और 6 फरवरी को गरज चमक के साथ बारिश हो सकती है। कुछ स्थानों पर बिजली और ओले भी गिर सकते हैं।
बारिश के बाद फिर गिरेगा पारा, ठंड की होगी वापसी
मध्य प्रदेश में बारिश के साथ हवाएं चलने, बादलों की तेज गर्जना होने, कुछ स्थानों पर बिजली गिरने या ओलावृष्टि होने की भी आशंका है। उत्तर भारत और गंगा के मैदानी क्षेत्रों में 3 फरवरी से हवाओं का रुख बदलेगा। इस कारण टेम्परेचर बढ़ेगा, 6 फरवरी तक शीतलहर का प्रकोप नहीं रहेगा। सर्दी से लोगों को बड़ी राहत मिलेगी, लेकिन बारिश होने के बाद फिर से उत्तर-पश्चिमी हवाएंचलेंगी और टेम्परेचर एक बार फिर से गिरेगा, इससे ठंड बढ़ेगी।
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