नई दिल्ली। पूरे देश में अक्तूबर महीने में मौसम (Weather) की चाल बिगड़ गई है। उत्तर से लेकर दक्षिण तक (from north to south) केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश में कहीं मूसलाधार बारिश (heavy rain) तो कहीं अचानक बर्फबारी ने जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया है।
केरल (Kerala) में शनिवार से हो रही भारी बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन से अब तक 26 लोगों की मौत (26 killed in Kerala) हो चुकी है। दो पहाड़ी जिले कोट्टायम और इडुकी सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। कोट्टायम में सबसे ज्यादा 11 लोगों की मौत हुई है और कई घर बाढ़ में बह गए हैं।
पीएम मोदी ने विजयन से की हालात पर चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से बारिश से हुई तबाही पर चर्चा की। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, केरल में भारी बारिश और भूस्खलन में कुछ लोगों की जान चली गई, यह दुखद है। अधिकारी इस प्रभावितों की मदद के लिए जमीन पर कार्य कर रहे हैं।
केदारनाथ में बारिश व हिमपात यात्रा पर रोक
केदारनाथ धाम के आसपास पहाड़ों पर रविवार को बारिश के साथ बर्फबारी भी हुई। राज्य में कई स्थानों पर बारिश हुई है। खराब मौसम के कारण केदारनाथ यात्रा को सोमवार तक के लिए रोक दिया गया है। श्रद्धालुओं को सोनप्रयाग और गौरीकुंड में ही रोक दिया गया है। केदारनाथ में हजारों यात्री मौजूद थे, जिन्हें दर्शन के बाद वापस भेज दिया गया।
हिमाचल में बर्फबारी, दो दिन रोहतांग नहीं जा पाएंगे सैलानी
हिमाचल में रोहतांग दर्रे, मनाली, लाहौल-स्पीति, धौलाधार और चंबा की चोटियों पर बर्फबारी के बाद दो दिन के लिए पर्यटकों के रोहतांग जाने पर रोक लगा दी गई है। हालांकि, अटल टनल से आवाजाही सुचारु रहेगी। सीजन की बर्फबारी के बाद तापमान में 8 डिग्री की गिरावट आई है।
20 अक्तूबर तक बंगाल और ओडिशा में भारी बारिश की संभावना
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को बताया कि उत्तरी तेलंगाना के ऊपर निम्न दबाव का क्षेत्र बनने एवं बंगाल की खाड़ी से तेज दक्षिण-पूर्वी हवा चलने के कारण पश्चिम बंगाल और ओडिशा में 20 अक्तूबर तक भारी बारिश होने की संभावना है।
आईएमडी ने मछुआरों को मंगलवार तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है। निम्न दबाव क्षेत्र के प्रभाव के कारण उत्तरी बंगाल की खाड़ी में गहरे समुद्री क्षेत्रों में 19 अक्तूबर तक हवा की गति 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से 60 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की प्रबल संभावना है। मौसम विभाग ने वर्षा के कारण नदियों में जलस्तर बढ़ने, निचले इलाकों में जलभराव होने तथा दार्जिलिंग एवं कलीमपोंग जिलों में भूस्खलन की चेतावनी दी है।
भारी बारिश के कारण पहले से ही परेशान ओडिशा में सरकार ने जिला अधिकारियों को हालात पर कड़ी नजर रखने के लिए सतर्क रहने को कहा है। क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के उपनिदेशक संजीव बंदोपाध्याय ने कहा कि बारिश से राज्य में खेतों में धान की फसल को नुकसान पहुंच सकता है। राज्य के कई जिलों में धान की फसल कटने को तैयार है।
हावड़ा, हुगली और पूर्वी मेदिनीपुर समेत राज्य के दक्षिणी जिलों में हाल में वर्षा के कारण बाढ़ आई है। बंदोपाध्याय ने कहा कि कोलकाता समेत राज्य के दक्षिण जिलों में रविवार से भारी से अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है। उत्तरी बंगाल के जिलों में सोमवार से बारिश संबंधी गतिविधि तेज होगी।
भुवनेश्वर के मौसम विभाग कार्यालय के सूत्रों ने कहा कि शनिवार से ही सुंदरगढ़, क्योंझर, मयूरभंज, बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर के कुछ हिस्सों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। आईएमडी ने सोमवार से सुंदरगढ़, क्योंझर, मयूरभंज, बालासोर, भद्रक और जाजपुर जैसे जिलों में भारी बारिश होने और गरज के साथ बौछारें पड़ने का अनुमान लगाया है। विशेष राहत आयुक्त ने सभी जिलाधिकारियों को स्थिति पर नजर रखने का निर्देश दिया है।
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