नई दिल्ली: इजरायल-हमास जंग में सैकड़ों-हजारों बेकसूर युद्ध की भेंट चढ़ चुके हैं. लाखों जिंदगियां बर्बाद हो चुकी हैं, मगर युद्ध की तपिश कम नहीं हो रही. आखिर युद्ध से किसका भला हुआ है? इस जंग में भी फिलिस्तीनियों और इजरायलियों दोनों को दर्द मिला है. हमास ने इजरायल के 6 बंधकों का कत्ल कर दिया. 6 बंधकों के शव मिलने से इजरायल में कोहराम मच गया है. सड़कों पर दुख और गुस्से का सैलाब उमड़ आया है. लाखों लोग अब जंग रोकने के लिए प्रदर्शन करने लगे हैं. कहा जाता है कि 7 अक्टूबर के हमलों के बाद यह सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन है. बंधकों की तस्वीरे आई हैं. ये मुस्कुराते चेहरे नेतन्याहू को अंदर तक झकझोर देंगे.
दरअसल, गाजा से बरामद किए गए इजरायली बंधकों के शवों को रविवार को उनके परिवारों ने अश्रुपूर्ण विदाई दी. अंतिम संस्कार में एक तरफ जहां भावुक श्रद्धांजलि दी गई, वहीं सरकार के प्रति गुस्सा और निराशा भी साफ दिखाई दी. सेंट्रल इजरायल के राणाना शहर में अपने बेटे के अंतिम संस्कार के दौरान अल्मोग सरुसी की मां नीरा ने रोते-रोते कहा, ‘अल्मोग, मेरे प्यारे बेटे, हमें कितनी उम्मीद थी, हमने कितनी प्रार्थना की थी कि हमें तुम्हें फिर से देखने, तुम्हें गले लगाने, तुम्हारी मुस्कान देखने का मौका मिलेगा.’
अल्मोग सरुसी की मां नीरा ने एक और बात कही है, वह नेतन्याहू को काफी चुभेगी. उन्होंने कहा, ‘7 अक्टूबर को तुम्हें बेसहारा छोड़ दिया गया.’ नीरा उस दिन का जिक्र कर रही थीं, जब हमास के आतंकवादियों ने दक्षिणी इजरायल पर हमला किया था और उनके बेटे को 250 अन्य बंधकों के साथ नोवा म्यूजिक समारोह से अपहरण कर लिया गया था. उन्होंने आगे कहा, ‘लगातार लापरवाही, हर दिन, हर घंटे, 331 दिन… तुम्हें ‘हमास को बर्बाद’ करने के लिए कुर्बान कर दिया गया.’ बता दें कि 7 अक्टूबर के हमले में 1,205 लोगों की मौत हो गई, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे.
इजरायल का कहना है कि जब सैनिकों को सरुसी समेत छह बंधकों के शव मिले, उसेस कुछ देर पहले ही उन्हें गोली मारी गई थी. छह नए बंधकों की मौत की पहचान होने पर प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को अपने आलोचकों का गुस्सा और भड़क गया. आलोचकों का आरोप है कि नेतन्याहू संघर्ष विराम समझौते को सुरक्षित करने के लिए कड़ी मेहनत नहीं कर रहे हैं, जिससे बंधक बनाए जा रहे लोगों की रिहाई हो सके. बता दें कि हमास को खत्म करने के लिए इजरायल के जवाबी सैन्य अभियान में 40,738 लोग मारे गए हैं.
यरूशलेम में इजरायली झंडे और बंधकों के चेहरे वाले बैनर लिए प्रदर्शनकारियों ने सरकारी कार्यालय की इमारत पर लगे लाउडस्पीकरों में चिल्लाकर कहा, ‘तुम कहां हो? इस इमारत में कैबिनेट की बैठक होने वाली थी. उन्होंने आगे कहा, ‘हमें नहीं पता कि अगला परिवार कौन होगा जिसे यह भयानक खबर मिलेगी.’ फ्रांसीसी-इजरायली बंधक ओफर काल्डेरॉन के चचेरे भाई इयाल कल्डेरोन ने कहा, ‘बेशक, आज छह युवा और खूबसूरत लोग थे, और भविष्य में कोई भी ऐसा हो सकता है.’ ये 6 मुस्कुराते हुए चेहरे जरूर नेतन्याहू को अंदर तक हिलाएंगे.
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