अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने फिल्म की तारीफ करते हुए कहा कि संत रविदास के जीवन पर आधारित यह फिल्म समाज को जोड़ने का काम करेगी। इसके साथ नई पीढ़ी को महान संतों के बारे में जानने का मौका मिलेगा। संत रविदास ने निम्न तबके के लोगों को आज से 600 साल पहले मुख्य धारा में जोड़ने का काम किया था। उनके द्वारा सनातन धर्म की रक्षा के लिए आगे आकर एक महान उदाहरण पेश किया गया। इस ऐतिहासिक घटना को पर्दे पर उतारने वाले निर्माता, निर्देशक और कलाकार बधाई और साधुवाद के पात्र हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की फिल्में समाज में आनी चाहिए।
फिल्म निर्माता पुरुषोत्तम शर्मा ने लोगों से अनुरोध किया कि संत रविदास के जीवन पर आधारित गंगा संग रविदास फीचर फिल्म देखने जरूर पहुंचें। यह फिल्म समाज के उन लोगों की कहानी है जिनकी ईश्वर पर गहरी आस्था है। इसी आस्था के बल पर संत रविदास को मां गंगा ने साक्षात दर्शन भी दिए। इस अवसर पर अशोक चौहान, सोहन उनियाल, राजेश मालगुड़ी, पूनम सकलानी, नवल किशोर, मुकेश घनसेला, मंजू सिंह आदि मौजूद रहे।